नई दिल्ली: मंदसौर गोलीकांड और किसानों के मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरकत में आए हैं. उन्होंने कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की. सूत्रों के अनुसार-देश के कई हिस्सों में किसानों का प्रदर्शन और मंदसौर में हुई फायरिंग पर इसमें चर्चा हुई. गृहमंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, कृषि मंत्री राधामोहन सिंह समेत कई वरिष्ठ मंत्री इस बैठक में शामिल हुए.
वहीं बीजेपी ने इस घटना के पीछे बड़ी साजिश की बात की है. एमपी के मंदसौर में मंगलवार को किसानों पर पुलिस फायरिंग के दूसरे दिन हालात बेकाबू बने हुए हैं. बड़ी संख्या में किसान सड़क पर उतर आए हैं और हंगामा कर रहे हैं. मंदसौर के बरखेड़ापंत गांव में किसान हाईवे पर उतर आए हैं. जमकर तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे हैं. कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया है.
किसानों के हिंसक आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं पर फिलहाल रोक लगा दी गई है ताकि अफ़वाहों से बचा जा सके. हाईवे पर हंगामा कर रहे किसान सीएम शिवराज सिंह चौहान के घटनास्थल पर पहुंचने की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी किसान मीडिया को भी अपना निशाना बना रहे हैं.
मंदसौर में भारी तनाव को देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है. जिले के बाकी इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है. हालात को देखते हुए मंदसौर, पिपलिया मंडी, नारायणगढ़ और मल्हारगढ़ में कर्फ्यू लगा रहा. वहीं, दलोदा और सुमात्रा में भी धारा 144 लगा गई.
मंदसौर गोलीकांड को लेकर किसानों में जबरदस्त आक्रोश है. इसी आक्रोश के चलते मंदसौर के डीएम को आज लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. कल मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान हुई फायरिंग के बाद आज जिले के डीएम पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे थे लेकिन उन्हें गुस्साए लोगों ने भगा दिया. लोग इस कदर गुस्से में थे कि उन्होंने डीएम से ना सिर्फ धक्का मुक्की की बल्कि उनके साथ मारपीट भी की. उनके कपड़े तक फाड़ दिए. बड़ी मुश्किल से डीएम वहां से निकले.
मंगलवार को पुलिस फायरिंग में हुई किसानों की मौत से गुस्साए लोग शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पहुंचे डीएम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. मंदसौर जिले में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें 6 किसानों की गोली लगने से मौत हो गई है और कई घायल बताये जा रहे हैं.
सीएम ने मृतकों के परिवार वालों को मिलने वाले मुआवजे की राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 1-1 करोड़ कर दी है. इसके अलावा मृतकों के परिवार वालों मे से किसी एक को सरकारी नौकरी दी जाएगी. साथ ही गंभीर रूप से घायलों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजे देने की घोषणा की गई है.