नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव की तारिख का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग ने बताया है कि 17 जुलाई को 14वें राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग होगी और 20 जुलाई को मतगणना होगी. चुनाव आयोग के द्वारा 14 जून को बुधवार के दिन चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होगा. नामांकन भरने की अंतिम तारीख 28 जून है.
आयोग ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्ल्यामेंट हाउस में वोट पड़ेंगे. राज्य प्रतिनिधि अपने राज्यों और सांसद दिल्ली में वोट करेंगे. निर्वाचकों से अपेक्षा की जाती है कि मत की गोपनीयता बनाए रखें. किसी भी परिस्थिति में किसी को भी मतपत्र दिखाना निषिद्ध है. यह स्पष्ट किया जाता है कि विधानसभा सदस्यों और संसद सदस्य मतदान के मामले में राजनीतिक दल कोई भी विह्प जारी नहीं कर सकते हैं.
इस समय देशभर में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं तो साथ ही संसद में नए राष्ट्रपति के चुनाव की कवायद भी तेज हो गई है. इसके लिए में एक प्रेसिडेंट इलेक्शन सेल बनाया गया है. सबकी नजरें इसपर टिकी हैं कि इस बार देश का राष्ट्रपति कौन होगा. इन राज्यों में जीत का असर होना वाले राष्ट्रपति चुनाव पर भी पड़ेगा इसलिए सभी पार्टियां सीटों का गुणा-भाग कर रही हैं.
संसद भवन के कमरा नंबर 108A में संसदीय सचिवालय की एक टीम ने नए राष्ट्रपति के चुनाव की तैयारियां शुरु कर दी हैं. तय परिपाटी के मुताबिक इस बार राष्ट्रपति का संयोजक लोकसभा सचिवालच को बनाया गया है. पिछली बार यह जिम्मेदारी राज्यसभा सचिवालय ने निभाई थी. लोकसभा के महासचिव राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिटर्निंग अधिकारी होंगे.
राष्ट्रपति चुनाव के संबंध में निर्वाचन आयोग की सलाह के बाद राष्ट्रपित चुनाव के लिए प्रकोष्ठ बनाया गया है. बता दें कि भारत के राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली द्दारा होता है. चुने हुए सांसद, विधायक और विधानपरिषद सदस्यों के आधार पर राज्यों का मतांक तय किया जाता है.