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अनोखा प्रयोग : जब भक्त चलेंगे पैदल तो रोशनी से जगमगाएगा शिरडी का साईं मंदिर

क्या आपने कभी सुना है कि लोगों के चलने से बिजली पैदा होती है? लेकिन अब आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में पहली बार ऐसा होगा, जब लोगों के पदैल चलने से बिजली तैयार की जाएगी और इसका गवाब बनेगा शिरडी का साईं मंदिर. जी हां, शिरडी के साईं मंदिर में लोगों के चलने से बिजली पैदा की जाएगी.

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  • June 2, 2017 1:04 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

महाराष्ट्र : क्या आपने कभी सुना है कि लोगों के चलने से बिजली पैदा होती है? लेकिन अब आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में पहली बार ऐसा होगा, जब लोगों के पदैल चलने से बिजली तैयार की जाएगी और इसका गवाब बनेगा शिरडी का साईं मंदिर. जी हां, शिरडी के साईं मंदिर में लोगों के चलने से बिजली पैदा की जाएगी. 

खबरों के मुताबिक, साईं मंदिर के श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने बिजली पैदा करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ मिलकर फुट एनर्जी (पैरों से दबकर बनने वाली बिजली) पैदा करने का फैसला किया है. इस प्रोजेक्ट के के मुताबिक, भक्तों के रास्ते में ऐसे उपकरण लगाए जाएंगे, जिनके दबने से बिजली बनेगी और मंदिर पूरी तरह से जगमगाने लगेगा.
 
बता दें कि इस तरह के तकनीक का प्रयोग भारत में पहली बार किया जा रहा है. पैरों से बिजली पैदा करने का यह पहला अविष्कार होगा भारत के लिए. बताया ये भी जा रहा है कि यहां पैदा होने वाले कचरे से भी गैस और बिजली पैदा की जाएगी. 
 
बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओँ के पैदल चलने से जो बिजली बनेगी उससे साईं मंदिर परिसर में करीब 200 बल्ब और 50 पंखें चलाए जा सकेंगे. इस तरह से पूरे मंदिर परिसर को जगमग किया जा सकता है.  
 
मंदिर ट्रस्ट संस्थान के अध्यक्ष सुरेश हावरे के मुताबिक, भक्तों के रास्ते में 200 पैडल लगाए जाएंगे. लोग जैसे-जैसे अपने कदम बढ़ाएंगे, पैडल दबेंगे और बिजली बनती चली जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि एक पैडल की कीमत एक लाख रूपए है, लेकिन संस्थान इसके लिए कोई खर्चा नहीं उठाएगा बल्कि जिस कंपनी से करार हुआ है, वह कंपनी बीओटी के आधार पर काम करेगी. बता दें कि यहां बीओटी का मतलब बिल्ट, ऑपरेट एंड ट्रांसफर है.
 
हालांकि, बताया अभी इस प्रोजेक्ट की शुरूआत नहीं हुई है. लेकिन बताया जा रहा है कि कुछ महीने के भीतर ही इस परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा.
 

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