Mohan Bhagwat on Ram Mandir: उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित आरएसएस के एक कार्यक्रम में सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण लोकसभा चुनाव के बाद ही होगा, चाहे कोई पार्टी सत्ता में आए. उन्होंने गौ-रक्षा और राम मंदिर को हिंदू धर्म का आधार बताया.
देहरादून. आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर काम लोकसभा चुनाव के बाद ही होगा, चाहे किसी की भी सरकार बने. देहरादून के आरएसएस दफ्तर में भागवत ने राम मंदिर, जातिगत आरक्षण और धार्मिक भेदभाव पर बात की. मंदिर मामले पर भागवत ने कहा कि कुंभ में हुए धर्म संसद के मुताबिक ही उसे बनाया जाएगा.
भागवत का बयान ऐसे समय पर आया है, जब वीएचपी ने हाल ही में कहा कि वह अगले 4 महीने के लिए मंदिर आंदोलन नहीं करेगी. आरएसएस के एक नेता ने कहा, भागवत ने कहा कि चुनावों के बाद कोई भी सरकार सत्ता में आए, संघ और अन्य धार्मिक नेता एक्शन लेंगे. उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने मंदिर निर्माण की कोई तारीख नहीं बताई है लेकिन कहा कि राम मंदिर और गौ-रक्षा हिंदू संस्कृति का आधार हैं.
हाल ही में धर्मसंसद ने कहा कि चुनावी बिगुल बजते ही छद्म धर्मनिरपेक्ष ताकतें एकजुट हो गई हैं. संत समाज ऐसी ताकतों को राम जन्मभूमि आंदोलन को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करने नहीं देगा. दूसरी ओर भागवत ने कहा कि उन्होंने आरक्षण का समर्थन किया है लेकिन व्यापक सामाजिक पहुंच के साथ.
संघ पदाधिकारी ने बताया, ”मोहन भागवत ने कहा कि वे आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं लेकिन आरक्षण का फायदा सभी योग्य लोगों को मिलना चाहिए, चाहे फिर उनकी जाति, धर्म या वर्ग कुछ भी हो. ” वहीं लोकसभा चुनाव तक राम मंदिर मामले पर वीएचपी और आरएसएस का शांत रहना बीजेपी के लिए राहत भरा है. अयोध्या में गैर विवादित भूमि वापस जन्मभूमि न्यास को लौटाने का नरेंद्र मोदी सरकार का फैसला दिखाता है कि वह अभी भी मंदिर मामले के लिए संवेदनशील है.