Sugar as Currency: मिल मालिकों का धोखा, महाराष्ट्र में गन्ना किसानों को पैसे की जगह थमा दी चीनी
Sugar as Currency: महाराष्ट्र मे गन्ना किसानों को अपने गन्ने के बदले पेमेंट का इंतजार था. इस इंतजार को खत्म करते हुए किसानों को रुपये के बदले पेमेंट में चीनी दी गई है. वहीं इस मामले में ज्यादातर चीनी मिल के मालिकों का कहना है कि उनके पास इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है. हालांकि ये पूरी पेमेंट नहीं है.
February 5, 2019 1:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago
नागपुर. पिछले साल अक्टूबर 2018 से महाराष्ट्र के गन्ना किसानों की पेमेंट अटकी हुई है. अभी तक ये 4,800 करोड़ रुपये के पार हो गई है. इससे निपटने के लिए महाराष्ट्र के चीनी मिल मालिकों ने एक अनोखा तोड़ निकाला है. उन्होंने फैसला लिया है कि अब से किसानों की पेमेंट का 20 प्रतिशत उन्हें चीनी के रूप में दिया जाएगा. इसका मतलब है कि अब गन्ने के हर टन के बदले गन्ना किसानों को चीनी मिल पेमेंट के रूप में 17 किलो चीनी देगी.
इस बारे में चीनी मिल के मालिकों का कहना है कि सरकार ने गन्ना किसानों के लिए पेमेंट की जो रकम तय की है वो 2,800 रुपये प्रति टन है. लेकिन हम लोग केवल 2,300 रुपये प्रति टन की दे सकते हैं. इस कारण अब किसानों के बचे 500 रुपए प्रति टन हम अपनी मिल की चीनी देकर पूरा करेंगे. मौजूदा समय में मिल की चीनी की कीमत बाजार में जाने से पहले 29-29.5 प्रति किलो है. इस हिसाब से गन्ने के प्रति टन के बदले 17 किलो चीनी दी जाएगी.’
मिल मालिकों का कहना है कि उनके पास इसके अलावा कोई और विकल्प भी नहीं है. 29 जनवरी को महाराष्ट्र के चीनी कमिश्नर शेखर गायकवाड़ ने 39 चीनी मिलों को किसानों की पेमेंट के लिए आदेश दिए थे. महाराष्ट्र मिल मालिकों द्वारा पहली बार अपने सामान को इस तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है.
मिल मालिकों ने बताया कि इस बारे में वो सार्वजनिक नोटिस जारी करेंगे और उन्हें बताएंगे की इस स्कीम का फायदा उठाएं. साथ ही कहा गया है कि वो यदि चीनी के रूप में अपनी पेमेंट लेने के लिए आवेदन नहीं करते हैं तो मान लिया जाएगा की वो अपनी पूरी पेमेंट ना लेने के लिए तैयार हैं. हालांकि हम उन्हें बाद में कैश पेमेंट करेंगे जब भी हमारे पास ऐसा करने के लिए फंड्स होंगे.