नई दिल्ली: देश में अगले साल से गूगल मैप्स की जगह अपना स्वदेशी GPS लेने वाला है. मतबल आप अगर रास्ता भूल जाते हैं तो आपके लोकेशन की पूरी जानकारी अब देश में निर्मित NavIC नामक जीपीएस से उपलब्ध कराई जाएगी. 2018 तक इस जीपीएस के बाजार में दस्तक देगा. फिलहाल स्वदेशी जीपीएस की टेस्टिंग चल रही है.
इस संबंध में अहमदाबाद स्पेश ऐप्लिकेशन सेंटर के डायरेक्टर तपन मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि यह भारतीय रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम NavIC के नाम से शुरू किया जाएगा. अगले साल से यह ऐप्लिकेशन बाजार में उपलब्ध हो जाएगा. बात दें कि पिछले साल 28 अप्रैल को पीएम मोदी ने IRNSS-1G सैटेलाइट को हरी झंडी दिखाई थी. खुद पीएम मोदी ने ही इसे NavIC नाम दिया था.
NavIC 7 सैटेलाइट वाला होगा
अहमदाबाद स्पेश ऐप्लिकेशन सेंटर के डायरेक्ट ने कहा कि हमारा स्वदेशी सैटेलाइट NavIC 7 सैटेलाइट वाला होगा, जो सिर्फ भारत को कवर करेगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल हम जो गूगल मैप्स यूज करते हैं वो अमेरिकन जीपीए 24 सैटेलाइट से लैस है इसलिए इसकी पहुंच लगभग पूरी दूनिया तक है.
लेकिन भारत का जीपीएस अमेरिकी जीपीएस से बेहतर होगा. इसमें 5 मीटर की ऐक्सूरेकी के साथ- साथ यह सही स्थिति बताने में सक्षम होगा. जबकि वर्तमान जीपीएस में यह ऐक्यूरेसी 20-30 मीटर है.