भोपाल. मध्य प्रदेश में हुई जोरदार बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं. नदी, नालों का जलस्तर बढ़ने से कई निचली बस्तियों में पानी भर गया है, वहीं सड़कों पर आवागमन भी बाधित है.
भोपाल. मध्य प्रदेश में हुई जोरदार बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं. नदी, नालों का जलस्तर बढ़ने से कई निचली बस्तियों में पानी भर गया है, वहीं सड़कों पर आवागमन भी बाधित है. इस कारण उज्जैन में कई मंदिर जलमग्न हो गए हैं, वहीं सड़कों से लेकर घरों तक में पानी भर गया है.
राज्य के मालवा-निमाड़ इलाके में बीते 24 घंटों में जोरदार बारिश हुई है. इंदौर में 24 घंटों में 128 मिली मीटर बारिश हुई है, वहीं उज्जैन में 310 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है. इसके चलते क्षिप्रा और गंभीर नदी उफान पर आ गई है. क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित कई मंदिर गुंबद तक पानी से डूब गए हैं, वहीं सड़कों पर पानी भर गया है.
उज्जैन के बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने कहा कि शहर की 10 बस्तियों में पानी भर गया है. यहां के कई परिवारों को राहत शिविरों में ठहराया गया है. कई घरों का आलम यह है कि उनमें कई फुट पानी भरा हुआ है. जिले में कुल 10 राहत शिविर बनाए गए हैं. बारिश के कारणय यहां रायसेन-विदिशा मार्ग पर बेतवा नदी उफान पर है और पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण आवागमन पूरी तरह अवरुद्घ है. इसी तरह राजगढ़ में बारिश ने पूरे जिले का बुरा हाल कर दिया है. आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय मार्ग पर ब्यावर के करीब बहने वाली दूधी नदी उफान पर है, जिससे आवागमन बाधित है.
IANS