सहारनपुर: यूपी का सहारनपुर जिला पिछले 10 दिनों से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. इससे परेशान केंद्र सरकार ने यूपी सरकार से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र ने यूपी सरकार पूछा है कि आखिर सहारनपुर में जातीय हिंसा क्यों नहीं रुक रही है. स्थानीय प्रशासन इस हिंसा को रोक पाने में कहां नाकाम रहा है ?
यूपी के सहारनपुर जिले में जातीय हिंसा के बाद अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है. जिसे देखते हुए शब्बीरपुर गांव में भारी पुलिस बल तैनात है. वहीं सहारनपुर जिला प्रशासन ने जातीय हिंसा को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों के मद्देनजर सोशल मीडिया पर बैन लगा दिया है.
यूपी के सहारनपुर में हिंसा के बाद अफसरों पर गाज गिरी है. योगी सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए DM एनपी सिंह और SSP सुभाष चंद्र दुबे को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही डीआईजी का भी तबादला कर दिया गया है. सीएम योगी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश भी दिए, साथ ही हिंसा में मारे गए युवक के परिजन को 15 लाख और घायलों को 50-50 हजार मुआवजा देने का एलान किया.
बता दें कि पिछले कई दिनों से ठाकुरों और दलितों के बीच हो रहे संघर्ष से सुलगता सहारनपुर मंगलवार को एक बार फिर हिंसा की चपेट में आ गया. ताजा हिंसा में पांच लोगों को तलवार से हमला करके घायल कर दिया गया है, जबकि एक व्यक्ति को गोली लगी. घटना के बाद सहारनपुर के साथ ही आसपास के जिलों के अधिकांश थाना की फोर्स के साथ ही पीएसी को भी बुलाया गया है.
बताया जा रहा है कि मायावती की रैली से लौटते गाड़ी में सवार लोगों को ठाकुरों ने नीचे उतारकर धारदार हथियारों से वार किया गया. जिसमें करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए, दो लोगों को गोली लगी है, जिनमें एक की मौत हो गई जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है.