नई दिल्ली: ट्रिपल तलाक पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने हलफनामा दायर कर कहा कि वो देशभर के सभी काजियों को दिशानिर्देश जारी करेंगे कि वो निकाह पढ़वाते समय ही ये बात बोलें कि अगर किसी भी तरह के मतभेद होंगे तो एक साथ तीन तलाक नहीं दिया जाएगा क्योंकि ये इस्लाम के खिलाफ है.
मुस्लिम बोर्ड के सचिव मोहम्मद फजलुरहमान ने अदालत में हलफनामा दायर करते हुए कहा कि वो ये दिशनिर्देश अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिए देशभर के काजियों तक पहुंचाएंगे कि शादी के दौरान वो निकाहनामा पढ़ते हुए ये बात साफ तौर पर कह दें कि दोनों पक्ष किसी भी मदभेद की स्थिति में एक साथ तीन तलाक नहीं कह सकते हैं क्योंकि ये इस्लाम के खिलाफ है.
ये हलफनामा सीजेआई जस्टिस खेहर की अध्यक्षता में बनी पांच सदस्यों की बेंच को सौंपी गई है. गौरतलब है कि ट्रिपल तलाक पर सुनवाई के बाद पिछले हफ्ते कोर्ट ने इसपर फैसला सुरक्षित रख लिया था.