नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पहली विदेश यात्रा पर शनिवार को सऊदी अरब पहुंचे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ट्रंप से मुलाकात की इच्छा जाहिर की है. इसके लिए पाकिस्तान सऊदी अरब से गुजारिश की है कि वह ट्रंप और शरीफ की मुलाकात कराने में मदद करें.
ट्रंप सऊदी में अरब-नाटो सम्मेलन में हिस्सा लेंगें. इस सम्मेलन में ट्रंप 54 से अधिक मुस्लिम देशों के नेताओं को संबोधित करेंगे. इसके लिए नवाज शरीफ भी हिस्सा लेंगे. सऊदी शाह सलमान ने शरीफ को अरब इस्लामी अमेरिकी सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. सऊदी की दो दिवसीय यात्रा के बाद वे इजरायल जाएंगे.
पाकिस्तान के अखबार ‘द ट्रिब्यून’ ने डिप्लोमैटिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सउदी अरब से पाकिस्तान ने गुजारिश की है कि वो अरब-नाटो सम्मेलन के दौरान नवाज शरीफ और ट्रम्प की खास मुलाकात की व्यवस्था करे. सूत्रों ने बताया है कि भले ही ये मुलाकात बेहद कम वक्त के लिए हो, लेकिन होनी ही चाहिए और वह भी वन-टू-वन. यानी मुलाकात में सिर्फ ट्रम्प और नवाज की ही मौजूदगी हो.
आतंकवाद को श्रय देने के कारण पाकिस्तान इस समय वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ चुका है. अमेरिका ने भी पाकिस्तान को चेतावनी भी दी थी कि वह अपने यहां बस रहे आतंकियों पर कार्रवाई करे. अमेरिका ने भी उसकी मदद में कमी कर दी है. माना जा रहा है कि मुलाकात होने पर शरीफ भारत और पाकिस्तान के साथ तनाव को लेकर अपने के रुख से ट्रंप को अवगत करा सकते हैं.
पीएम मोदी और ट्रम्प की पहली मुलाकात अगले महीने जून में हो सकती है. सूत्रों ने अनुसार दोनों राष्ट्रध्यक्षों के बीच मुलाकात में पाकिस्तान से जारी आतंकवाद का एजेंडा में प्रभावी रहेगा. भारत के उच्चाधिकारी इस यात्रा की तिथि को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं जबकि अमरीकी सरकार के सूत्रों ने संकेत दिया है कि मोदी 26 से 28 जून तक वॉशिंगटन में रहेंगे.