Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • कोलकाता के विवादित मौलाना इमाम बरकती को शाही इमाम पद से हटाया गया

कोलकाता के विवादित मौलाना इमाम बरकती को शाही इमाम पद से हटाया गया

कोलकाता के टीपू सुल्तान मस्जिद के विवादित मौलाना इमाम नूर-उर रहमान बरकती को राष्ट्रविरोधी बयानों के कारण वक्फ ट्रस्टी बोर्ड ने पद से हटा दिया है. हालांकि, बरकती ने पद से हटने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा है कि उन्हें हटाने का अधिकार किसी के पास नहीं है.

Advertisement
  • May 17, 2017 3:59 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

कोलकाता: कोलकाता के टीपू सुल्तान मस्जिद के विवादित मौलाना इमाम नूर-उर रहमान बरकती को राष्ट्रविरोधी बयानों के कारण वक्फ ट्रस्टी बोर्ड ने पद से हटा दिया है. हालांकि, बरकती ने पद से हटने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा है कि उन्हें हटाने का अधिकार किसी के पास नहीं है. 

प्रिंस गुलाम अहमद वक्फ एस्टेट ट्रस्टी आरिफ अहमद ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, ‘हमने उन्हें हटाने का एक नोटिस भेजा है और उनसे उनको दिया गया कार्यालय खाली करने को कहा गया है. हमने उनके उप इमाम से नमाज कराने को कहा है और हम जल्द नया इमाम नियुक्त करेंगे.’ 
 
बताया जा रहा है कि राष्ट्रविरोधी बयानों के कारण इमाम बरकती को पद से हटाया गया है. बोर्ड ने पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया है और कहा है कि एक धार्मिक व्यक्ति को अपनी हदें पार नहीं करन चाहिए. अहमद के मुताबिक, बरकती ने अपने देश के नेताओं के प्रति असम्मान जताया है और वह राजनीतिक उद्देश्यों और उन्होंने वित्तीय फायदे के लिए मस्जिद का इस्तेमाल किया है.
 
आगे अहमद ने कहा कि  बरकती को उनकी गतिविधियों के लिए हाल ही में आगाह किया गया था. इसके अलावा उऩ्हें अपने बयानों से लोगों को भरकाने के लिए भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही बरकती ने ये कहकर केंद्र सरकार को चुनौती दी थी कि वे अपनी गाड़ी से लाल बत्ती नहीं हटाएंगे, क्योंकि इसका इस्तेमाल करना उनका अधिकार है. 
 
हालांकि, बोर्ड के नोटिस पर बरकती ने कहा कि उनके खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेता साजिश रच रहे हैं. वे उन्हें हटाकर वक्फ की संपत्ति हासिल करना चाहते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें हटाने का अधिकार किसी के पास भी नहीं है. वे मस्जित के इमाम बने रहेंगे. 
 
बता दें कि इमाम बरकती को 1988 में इमाम बनाया गया था. बरकती ने लालबत्ती हटाए जाने के सरकारी आदेश की ना सिर्फ नारफरमानी की थी बल्कि आदेश के बाद पीएम मोदी के खिलाफ फतवा भी जारी कर दिया था. बरकती ने आरएसएस ज्वाइन करने वाले मुस्लिमों को पीटने का आह्वान भी किया था.
 
 

Tags

Advertisement