Manikarnika Movie Review: एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी आज रिलीज हो चुकी है और फिल्म में कंगमा रनौत के दमदार अभिनय की जमकर तारीफ हो रही है. फिल्म में एक्टिंग के साथ ही इसका निर्देशन भी उन्होंने ही किया है. ऐसे में दर्शकों की उम्मीदों पर कंगना रनौत कितनी खरी उतरती है ये तो फिल्म की कमाई पर निर्भर करता है.
बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. बतौर डायरेक्टर कंगना रनौत की ये पहली फिल्म है, मूवी मे लीड एक्ट्रेस भी वहीं हैं. ऐसे में उन्होंने अपनी पूरी जान लगा दी है. डायलॉग्स और गीत प्रसून जोशी से लिखवाए, म्यूजिक शंकर, एहसान, लॉय का है, मूवी के सूत्रधार के तौर पर अमिताभ बच्चन की आवाज है, कहानी बाहबुली के लेखक विजयेन्द्र प्रसाद ने लिखी है। यहां तक कि स्टार कास्ट भी कम दिलचस्प नहीं, तात्या टोपे के रोल में अतुल कुलकर्णी हैं, सुरेश ओबेरॉय पेशवा के रोल में हैं, कुलभूषण खरबंदा झांसी के दरबार के पुरोहित हैं, जीशान अयूब उनके देवर सदाशिव के रोल में हैं, झलकारी बाई के रोल में अंकिता लोखंडे हैं और उनके पति के रोल में बंगाली कलाकार जेस्सू सेन गुप्त हैं. जाहिर है कंगना ने कोई कसर नहीं छोड़ी. तो ऐसे में ये फिल्म उनके लिए है, जो इस तरह की मूवीज देखना चाहते हैं, वो निराश नहीं होंगे.
अगर बाहुबली से तुलना करेंगे तो मूवी का ना बजट ही इतना था और ना ही इतने स्पेशल इफैक्ट्स डाले जा सकते थे। पदमावत और बाजीराव मस्तानी की तरह कंगना के पास रणवीर सिंह जैसा हीरो और संजय लीला भंसाली जैसा डायरेक्टर भी नहीं था। तो ऐसे में हीरो और डायरेक्टर का काम भी उन्हें ही करना था। इसमें वो कामयाब भी हुई हैं। पहला हाफ जरुर फिल्म को स्टेबलिश करने में निकल जाता है, कमजोर लगता है लेकिन सेकंड हाफ गति पकड़ लेता है और आप उसके साथ उसी में बहते चले जाते हैं।
हिस्ट्री मूवीज के लवर्स को ये मूवी देखने में काफी मजा आएगा, नई जनरेशन को भी देखना चाहिए क्योंकि रानी लक्ष्मीबाई के बारे में उन्हें काफी कुछ अनसुना जानने को मिलेगा। ये अलग बात है कि आपको रानी की पीठ पर बंधा हुआ उनका बेटा नहीं मिलेगा। आपको कॉमेडी नहीं मिलेगी, रोमांस नहीं मिलेगा, मिलेगा तो एक्शन, इमोशन और देशभक्ति।
हालांकि कंगना मूवी पर इतनी ज्यादा हावी हो गई हैं कि बाकी के किरदार फीके से लगते हैं, अंकिता लोखंडे जरुर जमी हैं, एक अच्छा गाना भी उनके हिस्से आया है। अतुल कुलकर्णी का रोल थोड़ा बड़ा हो सकता था, लेकिन कंगना के बाद जीशान अयूब का किरदार ही थोड़ा लम्बा है या अंग्रेज अफसर ह्यू रोज का किरदार कर रहे कलाकार का। कुछ गाने अच्छे बन पड़े हैं।
इतना कहा जा सकता है कि बतौर डायरेक्टर और बतौर लीड एक्ट्रेस पूरी मूवी अपने कंधों पर लेने वाली कंगना ने ऐसी मूवी नहीं बनाई जिसे आप ठग्स ऑफ हिंदुस्तान की तरह एकदम खारिज कर दें। हो सकता है कुछ लोगों को बहुत ज्यादा पसंद ना आए, लेकिन वो मूवी में कंगना की एक्टिंग और डायरेक्शन (क्रिश के साथ) की तारीफ किए बिना नहीं रह सकता।
क्रिटिक स्टार रेटिंग- ***1/2