Lok Sabha 2019 Elections: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी चुनावी तैयारियों में जुट गई है. यूपी में 2019 लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए वर्चस्व की लड़ाई बन गई है. कांग्रेस ने यूपी में सबसे ज्यादा सीटें 2009 लोकसभा चुनाव में जीती थी. अगर 2019 लोकसभा चुनाव कांग्रेस जीतती है तो यह उसके लिए सबसे बड़ी जीत होगी.
लखनऊ: 2019 लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस यूपी में मिशन-30 में जुट गई है. कांग्रेस मुख्य रूप से उन सीटों पर फोकस रही है जहां पर उसकी पकड़ कुछ मजबूत है. 2009 लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए अबतक का सबसे अच्छा लोकसभा चुनाव रहा है. 2009 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 22 सीटों पर जीत दर्ज किया था. इन 22 सीटों के अतिरिक्त कांग्रेस उन सीटों पर भी फोकस कर रही हैं जहां पर 2014 लोकसभा चुनाव में वो दूसरे या तीसरे स्थान पर थी.
अमेठी और रायबरेली के बाहर कांग्रेस मुरादाबाद,बरेली,खेरी,धौराहा,उन्नाव,सुल्तानपुर,प्रतापगढ़,फर्रूखाबाद,कानपुर,अकबरपुर,झांसी,बाराबंकी,फैजाबाद,बहराइच,श्रावस्ती,गोंडा, महाराजंगज,कुशीनगर सीटों पर 2009 में जीत दर्ज किया था. इस वर्ष हुए उपचुनाव में भी यूपी कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष राजबब्बर ने जीत दर्ज किया था.
2014 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सहारनपुर,गाजियाबाद,लखनऊ और कानपुर की लोकसभा सीट पर दूसरे स्थान पर थी. इसके अलावा पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरु का गढ़ माने जाने वाले इलाहाबाद की फूलपुर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार की 1 लाख से ज्यादा वोटों से हार हुई थी. इसके अलावा मिर्जापुर,झांसी में कांग्रेस उम्मीदवारों की हार 1 लाख से ज्यादा वोटों से हुई थी. यही कारण है कि कांग्रेस इन सीटों पर मिशन-30 के तहत फोकस कर रही है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर इस समय 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारी में पूरी तरह से जुट गए है. उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी 2019 लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी.
बता दे कि कांग्रेस को सपा-बसपा ने अपने गठबंधन में शामिल नहीं किया है. कांग्रेस की तमाम कोशिशों के बावजूद भी यूपी में 2019 लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन परवान नहीं चढ़ सका. इसलिए कांग्रेस 2019 लोकसभा चुनाव यूपी के 80 सीटों पर अकेले लड़ेगी.