लालू की ‘संपत्ति’ विवाद पर बोले नीतीश- अगर BJP के पास सबूत है तो कोर्ट जाए

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर बेनामी संपत्ति का आरोप लगने के बाद पहली बार सीएम नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि अगर बीजेपी के पास लालू की संपत्ति को लेकर सबूत हैं तो उन्हें कोर्ट जाना चाहिए, जांच करानी चाहिए.

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लालू की ‘संपत्ति’ विवाद पर बोले नीतीश- अगर BJP के पास सबूत है तो कोर्ट जाए

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  • May 16, 2017 4:52 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
पटना : आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर बेनामी संपत्ति का आरोप लगने के बाद पहली बार सीएम नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि अगर बीजेपी के पास लालू की संपत्ति को लेकर सबूत हैं तो उन्हें कोर्ट जाना चाहिए, जांच करानी चाहिए.
 
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी की ओर से लालू और उनके परिवार पर शेल कंपनी के जरिए कथित तौर पर ‘बेनामी संपत्ति’ बनाने का आरोप लगाया गया है, जिस पर नीतीश कुमार ने अब चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि इन आरोपों की जांच कराने की शक्ति राज्य सरकार के पास नहीं है, केंद्र ही इस मामले पर जांच करा सकती है.
 
जब नीतीश कुमार से पूछा गया कि लालू और उनके परिवार पर लगे बेनामी संपत्ति अर्जित करने के आरोपों पर क्या राज्य सरकार संज्ञान लेगी, तब सीएम ने कहा, ‘यह मामला बिहार सरकार के अधिकारों के दायरे से बाहर है, साथ ही साथ बिहार कंपनी लॉ के दायरे में भी यह नहीं आता है, इसलिए अगर बीजेपी के पास सबूत हैं तो जांच कराएं, कोर्ट जाएं, रोज-रोज बयानबाजी करने से क्या मिलेगा?’ नीतीश कुमार ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि बिहार सरकार के काम को दबाने की कोशिश की जा रही है. 
 
 
बता दें कि बिहार में काफी समय से बीजेपी नेता सुशील मोदी और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बीज आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. लालू यादव पिछले कुछ समय से सुशील मोदी के निशाने पर हैं. सुशील मोदी ने लालू परिवार पर गलत तरीके से पेट्रोल पंप आवंटित करा लेने का आरोप लगाया था.
 
इसके अलावा बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में संपत्ति के ब्यौरे को लेकर पीआईएल दायर की गई थी. याचिका में कहा गया था कि दोनों मंत्रियों ने 2015 में विधानसभा चुनाव के दौरान संपत्ति की गलत जानकारी दी थी. इसके साथ ही इस मामले के लिए सीबीआई जांच की भी मांग की गई थी.

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