Election Commission on Ballot Paper: मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने ईवीएम विवाद और दोबारा बैलट पेपर से वोटिंग की मांग पर अपने विचार रखे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं यह साफ करना चाहता हूं कि हम बैलट पेपर के युग की तरफ नहीं लौटने वाले हैं.' इससे उन्होंने साफ कर दिया है कि दोबारा देश में बैलट पेपर से वोटिंग नहीं करवाई जाएगी.
नई दिल्ली. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में ईवीएम विवाद और दोबारा बैलट पेपर से वोटिंग की मांग पर अपने विचार रखे. उन्होंने साफ कर दिया है कि दोबारा बैलेट पेपर से वोटिंग नहीं करवाई जाएगी. इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं यह साफ करना चाहता हूं कि हम बैलट पेपर के युग की तरफ नहीं लौटने वाले हैं.’
बता दें कि देश में कई बार ईवीएम पर सवाल खड़े हुए और बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने की मांग उठी. हाल ही में 2014 के लोकसभा चुनावों में ईवीएम हैक होने का दावा किया गया. इसी के बाद फिर से 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बैलेट पेपर वोटिंग की मांग उठाई गई. कांग्रेस सहित कई विपक्ष पार्टियों ने ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से वोटिंग करवाने की मांग की है. इसी पर आज मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने अपना रुख साफ कर दिया है.
Chief Election Commissioner of India Sunil Arora at an event in Delhi: I would like to make it very clear that we are not going back to the era of ballot papers. pic.twitter.com/60PS7tioSy
— ANI (@ANI) January 24, 2019
बता दें कि सोमवार को लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हैकर सैयद शूजा ने दावा किया था कि साल 2014 के चुनावों ईवीएम हैक करके उनके साथ से छेड़छाड़ की गई ताकि परिणाम में बदलाव किए जा सकें. शूजा ने भाजपा के कुछ नेताओं का भी नाम लिया और भाजपा पर ईवीएम हैक करवाने के आरोप लगाए. शूजा ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता उनसे मिले और इसपर बात की. इसी के बाद दोबारा ईवीएम पर सवाल खड़े हुए और वैलेट पेपर वोटिंग की मांग तेज हो गई. लेकिन अब मुख्य चुनाव आयुक्त ने जवाब देते हुए कह दिया है कि 2019 चुनाव के लिए भी ईवीएम का ही इस्तेमाल होगा.