Syed Shuja EVM Case: लंदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईवीएम हैकिंग और 2014 लोकसभा चुनाव में धांधलेबाजी का दावा करते हुए खुद को ईवीएम बनाने वाली कंपनी ECIL का पूर्व कर्मचारी कहने वाले कथित साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा मीडिया की सुर्खी बन गए हैं. चुनाव आयोग की मांग पर दिल्ली पुलिस इस मामले में केस दर्ज भी कर चुकी है. वहीं नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने पाकिस्तानी एजेंट बताया है. ऐसे में यह जानना काफी जरूरी है कि आखिर कौन हैं सैयद शुजा जिनके दावों ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है.
नई दिल्ली. सोमवार को लंदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) हैक करने का दावा करने वाले कथित साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा सुर्खियों में आ गए हैं. सैयद शुजा के अनुसार, वे ईवीएम तैयार करने वाली कंपनी ECIL के पूर्व कर्मचारी हैं और ईवीएम डिजाइन टीम के सदस्य रह चुके हैं. साथ ही उनका दावा है कि 2014 लोकसभा चुनाव में धांधली हुई थी. शुजा के इन दावों के बाद चुनाव आयोग ने दिल्ली पुलिस को खत लिखा जिसके बाद इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. दूसरी ओर विपक्षी दलों ने शुजा के दावों के आधार पर चुनाव बैलट पेपर से कराने की मांग तेज कर दी है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि ईवीएम पर इतना मजबूत दावा करने वाले सैयद शुजा आखिर कौन हैं.?
कौन हैं सैयद शुजा ?
भारतीय पत्रकार संघ (IJA)यूरोप के ओर से जारी दस्तावेजों के अनुसार 4 अप्रैल 1983 में जन्में सैयद शुजा को डलास में यूएस इमिग्रेशन कोर्ट के जरिए 1 मार्च 2018 को अमेरिकी इमिग्रेशन ऐंड नैशनैलिटी ऐक्ट के सेक्शन 2019 के तहत अनिश्चित काल के लिए अमेरिका में शरण दी गई थी. दस्तावेजों में इनका पूरा नाम सैयद हैदर अहमद बताया गया है. साथ ही यह भी पता चला कि वे विन सोल्यूशंस के पेरोल पर थे और (कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) ईसीआईएल में कार्यरत थे. सैयद शुजा का दावा यह भी है कि उन्होंने कई जगहों पर काम किया लेकिन अधिकतर समय ECIL हेडक्वार्टर सनतनगर हैदराबाद में रहे.
सैयद शुजा का 11 टीम मेंबर्स और मां-बाप की हत्या का दावा
सैयद शुजा का आरोप है कि हैदराबाद में स्थित बीजेपी से विधायक किशन रेड्डी की मौजूदगी में विधायक के साले काकी रेड्डी के गेस्ट हाउस में उनकी टीम के 11 साथियों की हत्या की गई थी. वहीं सैयद शुजा का आरोप है कि 17 मई 2014 में उनके घर में आग लगा दी गई जिसमें उनके पिता यूसुफ अहमद और मां कुदसिया सैयदा मारे गए. शुजा के अनुसार, साल 2006 तक उनके पिता यूसुफ BEL में कार्यरत थे.
इस मामले पर ECIL ने क्या कहा?
ECIL ने सैयद शुजा के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि ईसीआईएल अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजय चौबे ने उपचुनाव आयुक्त सुदीप जैन को पत्र लिखकर जानकारी दी कि पुराने रिकॉर्ड के अनुसार, 2009 से 2014 तक ना तो भी सैयद शुजा कंपनी के कर्मचारी थे और ना ही ईवीएम डिजाइन से जुड़े कार्य में उनकी कोई भूमिका थी.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सैयद शुजा को बताया पाकिस्तानी एजेंट
सैयद शुजा के ईवीएम को लेकर दावों के बाद केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा ”सूजा ISIS/ISI का आदमी हो सकता है? जो भारत के लोकतंत्र को कमजोर करना चाहता है, भयाभह है कि पाकिस्तान और चीन के एजेंडा को कांग्रेस के शीर्ष नेता की देख रेख में संचालित एवं प्रायोजित किया गया. कांग्रेस सत्ता से बाहर होते ही देश में लोकतंत्र खत्म कर देना चाहती है, हम पहले भी इमरजेंसी देख चुके है.”
सूजा ISIS/ISI का आदमी हो सकता है?जो भारत के लोकतंत्र को कमजोर करना चाहता है,भयाभह है कि पाक/चीन के एजेंडा को कांग्रेस के शिर्ष नेता की देख रेख में संचालित एवं प्रायोजित किया गया।
कांग्रेस सत्ता से बाहर होते ही देश में लोकतंत्र खत्म कर देना चाहती है,हम पहले भी इमरजेंसी देख चुके है— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) January 22, 2019