काठमांडू : नेपाल में लगभग 20 साल के बाद स्थानीय चुनाव कराए जा रहे हैं. नेपाल में सितंबर 2015 में नेपाल द्वारा नया संविधान लागू किए जाने के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं. पहले चरण के तहत 6,642 पोलिंग स्टेशनों पर मतदान जारी है. दूसरे चरण का मतदान 14 जून को होगा. दोनों चरणों के चुनाव में 1 करोड़ 40 लाख मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे.
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने चिटवान जिले के भरतपुर मेट्रोपोलिस-4 में अपना वोट डाला. वोट डालने के बाद प्रधानमंत्री ने मीडिया से कहा कि लोग इस ऐतिहासिक चुनाव में बड़ी संख्या में भाग ले रहे है, लोग उत्साहित है. प्रचंड ने मतदाताओं से ज्यादा से ज्यादा तादाद में मतदान करने की अपील की.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चुनाव आयोग कार्यालय ने बताया कि पहले चरण के लिए मतदान शांतिपूर्ण ढ़ंग से चल रहा है. पहले चरण में तीन प्रांतों के 283 स्थानीय निकायों में से 281 पर चुनाव हो रहा है. जबकि दो स्थानीय निकायों में उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए है. आयोग ने कहा कि लोग इस चुनाव में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे है.
संविधान में बराबरी के हकों को लेकर जूझ रही मधेशी पार्टियों में राष्ट्रीय जनता पार्टी इन स्थानीय चुनावों का बहिष्कार कर रही है. लेकिन फेडरल सोशलिस्ट पार्टी और मधेशी पीपल्स फोरम डेमोक्रेटिक इनमें हिस्सा ले रही हैं. कुछ मधेशी पार्टियां संविधान में उनकी मांगों को शामिल किये जाने तक चुनाव का विरोध कर रही हैं. मंगलवार को ही प्रधानमंत्री प्रचंड ने 6 मधेशी नेताओं को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था.