नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के दक्षिण पूर्व का सुकमा जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, पिछले महीने 24 अप्रैल को नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे.
सीआरपीएफ की जांच में नक्सलियों के इस हमले में तीन गांव के लोगों की संलिप्तता पाई गई है. एक अंग्रेजी वेबसाइट की खबर के अनुसार, इस बात की जानकारी सीआपीएफ को आंतरिक जांच के दौरान मिली है.
एक अधिकारी का कहना है कि जांच में इस बात का पता चला है कि बुरकापाल, चिंतागुफा और कसलपारा के गांववालों की इस हमले में अप्रत्यक्ष भाहीदारी थी. सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने नक्सलियों के रहने और खाने की व्यवस्था भी की. नक्सलियों के डर से गांववालों को ऐसा करना पड़ा था. मुठभेड़ खत्म होने के बाद गांववालों ने नक्सलियों को चिकित्या भी मुहैया करवाई. ग्रामीणों ने इस बात से साफ इंकार कर दिया है.
बुरकापाल के सरपंच विजय दुला ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि हमले के समय गांव में कोई भी शख्स मौजूद नहीं था. उन्होंने कहा कि लोग बीजू पोंडम का त्योहार मनाने पास के जंगल में गए थे, हमारे गांव में कोई गोलीबारी नहीं हुई. गौरतलब है कि नक्सली हमले के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने चिंतागुफा के पूर्व सरपंच को हमले में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिया था.