लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के कातिलों के पोस्टर जारी, लश्कर और हिज्बुल से जुड़े हैं आतंकी

कश्मीर में सेना के शहीद लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के कातिलों को पकड़ने की मुहिम तेज हो गई है. सेना ने फैयाज की शहादत के गुनहगारों के पोस्टर जारी किए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीन आतंकियों के पोस्टर जारी किये हैं. तीनों का ताल्लुक आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े हुए हैं.

Advertisement
लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के कातिलों के पोस्टर जारी, लश्कर और हिज्बुल से जुड़े हैं आतंकी

Admin

  • May 12, 2017 1:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
श्रीनगर: कश्मीर में सेना के शहीद लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के कातिलों को पकड़ने की मुहिम तेज हो गई है. सेना ने फैयाज की शहादत के गुनहगारों के पोस्टर जारी किए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीन आतंकियों के पोस्टर जारी किये हैं. तीनों का ताल्लुक आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े हुए हैं. इन पर पुलिस ने इनाम का भी एलान किया है.
 
 
जांच एजेंसियों को शक है कि फैयाज की हत्या में हिज्बुल और लश्कर के 10 आतंकी शामिल थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में 3 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. सेना और पुलिस इनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन भी चला रही है. जारी किए गए पोस्टर में शामिल इशफाक अहमद ठाकोर, गयास-उल-इस्लाम का ताल्लुक दक्षिणी कश्मीर के पडरपुरा इलाके से है, जबकि अब्बास अहमद भट्ट नाम का आतंकी मंत्रीबाग इलाके का रहने वाला है. 
 
पुलिस ने इन्हें पकड़वाने में मदद करने वालों को इनाम देने का भी ऐलान किया है. बता दें कि लेफ्टिनेंट फयाज पहली बार छुट्टी पर अपने चाचा की बेटी की शादी में शरीक हुए थे जहां से आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया और फिर बुधवार सुबह उनकी लाश बरामद की गई.
 
 
लेफ्टिनेंट फैयाज को इतनी बेरहमी से क्यों मारा गया इसका पता नहीं चल पाया है. शहीद डाक्टर का पूरा नाम उमर फैयाज पर्रे है और वह जिला कुलगाम के सुदसुना गांव का रहने वाला है. वह जम्मू संभाग में अखनूर स्थित सेना की राजपूताना राइफल्स में नियुक्त थे. 
 
घाटी के जवानों के लिए हिदायत
कश्मीर के आर्मी अफसर उमर फैयाज की शहादत के बाद सेना ने अब छुट्टियों से जुड़ी गाइडलाइन्स को सख्ती से लागू करने का ऐलान किया है. कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले सभी अफसरों और जवानों को कहा गया है कि वो छुट्टी पर जाने से पहले सेना के लोकल यूनिट्स को सूचित करें.
 
सेना के सूत्रों के मुताबिक सेना के सभी यूनिट्स के हेड्स को ये निर्देश मिले हैं कि वो अपने जवानों और अफसरों को छुट्टी पर भेजने से पहले उनकी सुरक्षा का बंदोबस्त करें.

Tags

Advertisement