नई दिल्ली: आतंकी संगठनों के खिलाफ अमेरिका ने बड़ा कदम उठाया है. ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान में रह रहे आतंकवादियों और मुंबई हमले में शामिल हाफिज सईद के जमात उद दावा समुह की ओर से संचालित एक संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह प्रतिबंध आतंकवादियों के नेतृत्व करने वाले नेटवर्कों को खत्म करने के लिए लगाया गया है.
अमेरिका के ट्रेजरी ऑफिस ऑफ फॉरेन असेट्स कंट्रोल के निदेशक जॉन स्मिथ ने कहा कि इन पाबंदियों को लगाने का उद्देश्य पाकिस्तान में मौजूद वित्तिय सहायत नेटवर्कों को समाप्त करना है. इन्हीं नेटवर्कों ने तालिबान, अल कायदा, आईएसआईएस और लश्कर-ए तैयबा को आत्मघाती हमलावरों की बहाली और अन्य गतिविधियों के लिए वित्तिय मुहैया कराई थी.
अमेरिका ने कहा कि वो आतंकी गतिविधियों की सुविधा मुहैया करने वाले संगठनों के आतंकवादियों से अक्रामक तरीके ने निशाना बनाता रहेगा. जानकारी के अनुसार अमेरिका ने यह प्रतिबंध लश्कर-ए-तैयबा के साथ-साथ जमात उद दावा, तालिबान, जमात उल दावा अल कुरान और इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक ऐंड सीरीया व ISIS खोरासन पर लगाया है.
पाकिस्तान में नजरबंद है हाफिज
मुंबई धमाकों का मास्टर माइंड पाकिस्तान में नजरबंद है. कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने हाफिज के नजरबंदी की सीमा 90 दिन और बढ़ा दी थी. हाफिज पिछले तीन महीनों से अपने घर में नजरबंद है.