रायबरेली: यूपी के कई इलाके सूखे की चपेट में है. गर्मी के मौसम में पानी के संकट से जूझ रहे हैं लेकिन रायबरेली में मंत्री नंद गोपाल नंदी के स्वागत में लाखों लीटर पानी बर्बाद कर दिया गया. टैंकर से गिरता एक-एक बूंद पानी यूपी के सूखाग्रस्त इलाकों के लोगों के जख्म पर नमक रगड़ने जैसा है.
पीने के पानी की ये बर्बादी योगी सरकार के स्टांप मंत्री नंद गोपाल नंदी के स्वागत में की गई. जहां, नंद गोपाल नंदी के आगमन से पहले पूरे कलेक्ट्रेट परिसर को न सिर्फ दुल्हन की तरह सजाया गया बल्कि पीने के पानी से सड़कों की धुलाई की गई. सड़कों को पानी से धो-धो कर चमकाया गया. कई टैंकर पानी को यूं ही बर्बाद किया गया.
यूपी में सिर्फ बुंदेलखंड ही नहीं कई इलाके पानी के संकट से जूझ रहे हैं. रायबरेली में इंसान तो इंसान बेजुबान जानवर भी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं लेकिन यहां मंत्री के स्वागत में पीने के पानी से सड़कों की धुलाई हुई. मंत्री के स्वागत में कलेक्ट्रेट की सड़कों को धोने के लिए लाखों लीटर पानी यूं ही बहा दिया गया लेकिन इतने गंभीर मसले पर मंत्री जी का मासूम जवाब दिया.
क्या कहा मंत्री जी ने ?
जब पत्रकार ने मंत्री जी से पूछा कि आपके आगमन पर कलेक्ट्रेट को जनवासे की तरह सजाया गया है. पानी की बर्बादी की गई है, क्या कहेंगे इसके बारे में ? सड़कें धोई गई हैं पानी से ? इस पर मंत्रीजी ने कहा देखिए, हमलोग स्वच्छ भारत और स्वच्छता जो मिशन है. उसके लिए काम कर रहे हैं और आपने अभी बताया कि पानी की बर्बादी की गई है और इसको सजाया गया है. हमारी चाहत है कि मेरे आने पर नहीं हर वक्त आम जनता के लिए हर समय सजा रहना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ तक वीआईपी कल्चर को खत्म करने पर जोर दे रहे हैं लेकिन रायबरेली में मंत्री के स्वागत में पीने के पानी का फिजूल इस्तेमाल हो गया. यूपी में सिर्फ बुंदेलखंड ही नहीं कई इलाके पानी के संकट से जूझ रहे हैं. रायबरेली में इंसान तो इंसान बेजुबान जानवर भी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं लेकिन यहां मंत्री के स्वागत में पीने के पानी से सड़कों की धुलाई हो गई.