Uday Singh Quits BJP: उदय सिंह दो बार बिहार के पूर्णिया लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं. उन्होंने बीजेपी नेतृत्व पर गैर-लोकतांत्रिक तरीके से काम करने का आरोप लगाया, जिससे पार्टी कैडर काफी नाराज है. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता की तारीफ भी की.
पटना. भाजपा के पूर्व सांसद ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. बिहार के पूर्णिया लोकसभा सीट से दो बार सांसद रहे उदय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के सामने घुटने टेक दिए हैं. हालांकि सिंह आगे क्या करेंगे, यह तो उन्होंने नहीं बताया. लेकिन वह महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं, इसका संकेत जरूर दिया. सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता को सराहा. उन्होंने दावा किया कि पीएम नरेंद्र मोदी का इरादा अच्छा है, लेकिन उन्होंने खुद को असलियत से अलग कर लिया है. उदय सिंह ने कहा, मैंने कभी कांग्रेस मुक्त भारत के नारे को नहीं माना.
विपक्ष के न होने पर लोकतंत्र चल नहीं सकता. उदय सिंह मोदी लहर के बावजूद साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू के संतोष कुशवाहा से 1 लाख से ज्यादा वोटों के मार्जिन से हार गए थे. उनके बड़े भाई एनके सिंह 15वें वित्त आयोग के चेयरमैन हैं. सिंह ने 2004 और 2009 में पूर्णिया सीट जीती थी. उनकी मां इसी सीट पर कांग्रेस के टिकट पर 1980 में विजयी हुई थीं.
पूर्व सांसद ने कहा कि मेरी राहुल गांधी या लालू यादव से कोई बात नहीं हुई. लेकिन अपने समर्थकों को भरोसे में लेकर मैं उनसे बात करने के बारे में सोच रहा हूं. उन्होंने दावा किया कि पार्टी नेतृत्व के गैर-लोकतांत्रिक रवैये को देखते हुए बीजेपी कैडर में भारी आक्रोश है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलना बहुत मुश्किल है. उपेंद्र कुशवाहा उनसे मिलने का वक्त मांगते रहे, लेकिन नहीं मिला. इसके बाद उन्हें मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा.