तीन तलाक से मुक्ति के लिए बजरंगबली के दर पहुंची मुस्लिम महिलाएं, हनुमान चालीसा का किया पाठ

कल से ट्रिपल तलाक के खिलाफ याचिका पर मुख्य न्यायधीश जस्टिस खेहर की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बैंच सुनवाई करेगी. मगर उससे पहले ही मुस्लिम महिलाएं इंसाफ की उम्मीद में संकट मोचक भगवान हनुमान जी के शरण में पहुंच गई हैं. तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह वाली याचिका पर अपने पक्ष में फैसला आने की उम्मीद में वाराणसी में मुस्लिम महिलाएं हनुमान जी की गुहार लगा रही हैं

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तीन तलाक से मुक्ति के लिए बजरंगबली के दर पहुंची मुस्लिम महिलाएं, हनुमान चालीसा का किया पाठ

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  • May 10, 2017 2:31 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

वाराणसी: कल से ट्रिपल तलाक के खिलाफ याचिका पर मुख्य न्यायधीश जस्टिस खेहर की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच सुनवाई करेगी. मगर उससे पहले ही मुस्लिम महिलाएं इंसाफ की उम्मीद में संकट मोचक भगवान हनुमान जी के शरण में पहुंच गई हैं. तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह वाली याचिका पर अपने पक्ष में फैसला आने की उम्मीद में वाराणसी में मुस्लिम महिलाएं हनुमान जी की गुहार लगा रही हैं

दरअसल, वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने पाताल पूरी मठ में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ कर इस मुद्दे पर जीत की कामना की. तीन तलाक मुद्दे पर जीत के लिए काशी में मुस्लिम महिलाओं ने हनुमान चालीस के सौ पाठ पूरे करके बजरंग बली से फैसला उनके पक्ष में आने की प्रार्थना की.
 
बता दें कि  इस कार्यक्रम का आयोजन मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने किया था. हैरान करने वाली बात ये है कि इन मुस्लिम महिलाओँ ने बिना रुके लगातार हनुमान चालीसा का सौ बार पाठ किया.  
 
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की अगुवाई में करीब 50 मुस्लिम महिलाओं ने हनुमान मंदिर में आरती उतारकर 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया. इस मौके पर मठ के महंत बालक दास, राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्‍य इंद्रेश कुमार, जिला प्रचाकर ओमप्रकाश आदि मौजूद रहे.
 
बता दें कि इस हनुमान चालीसा में शामिल होने वाली महिलाओँ में एक नजमा नाम की महिला भी शामिल थीं, जिसे उसके पति ने 20 दिन पहले ही तलाक दे दिया था. नजमा के मुताबिक, उसके शौहर ने उसे बिना किसी वजह के उसे तलाक दे दिया. इसीलिए वो अब हनुमान जी की शरण में आई हैं.
 
गौरतलब है कि उत्तरखंड के काशीपुर की रहने वाली शायरा बानो ने सुप्रीम कोर्ट ने ट्रिपल तलाक, बहुविवाह और हलाला के खिलाफ अर्जी दायर की थी. जिस पर कल सुप्रीम कोर्ट के पांच सदस्यीय बेंच फैसला सुनाएंगे. खास बात ये है कि इस बेंच में सभी धर्मों के एक-एक जज शामिल हैं.

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