Shivpal Yadav on Guest house case: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी(लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने गेस्ट हाउस कांड को लेकर बड़ा बयान दिया है. अखिलेश यादव से अनबन की वजह से वो सपा से अलग हो गए थें. सपा-बसपा के समर्थकों को डर सता रहा है कि कही शिवपाल के इस बयान से गठबंधन टूट न जाए.
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाजवादी पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने गेस्ट हाउस कांड भूला कर 2019 लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगी. इसी बीच अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी(लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने गेस्ट हाउस कांड को लेकर बड़ा बयान दिया है. गेस्ट हाउस कांड को लेकर शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि बहन जी ने मुझपर यूं ही शोषण का आरोप लगाया था, मैं जांच के लिए तैयार हूं. लेकिन मेरी शर्त है कि मेरा नार्को टेस्ट होने के साथ-साथ बहन जी का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए. गेस्ट हाउस कांड को लेकर शिवपाल ने यह बयान अपने ट्विटर हैंडल के जरिए दिया है.
शिवपाल के इस बयान से सपा-बसपा के समर्थको को डर है कि कही शिवपाल के इस बयान से गठबंधन टूट न जाए. क्योंकि जब से सपा-बसपा का गठबंधन हुआ है तब से ही विपक्ष इस विवाद को लेकर तरह-तरह का बयान दे रहा है, लेकिन शिवपाल यादव के इस बयान से गेस्ट हाउस कांड फिर से मुखर हो सकता है, क्योंकि सपा-बसपा गठबंधन के बीच गेस्ट हाउस कांड ही सबसे बड़ा रोड़ा बन रहा था. बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन वाले दिन एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि यह वक्त पुरानी घटनाओं को भुलाकर एक होने का है. देशहित को ध्यान में रखते हुए दोनों पार्टियां 2019 का लोकसभा चुनाव मिलकर लडेंगी.
Shivpal Singh Yadav, PSP(L) on 1995 Lucknow guest house case: Behenji ne mujh par yaun shoshan ka aarop lagaya tha. Maine kaha tha mai jaanch ke liye taiyaar hu, mai narco test ke liye taiyaar hu, meri shart yeh hai ki narco test behenji ka bhi hona chahiye, mera bhi hona chahiye pic.twitter.com/M2A2W7fvN7
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 16, 2019
शिवपाल सिंह यादव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के भाई हैं. भतीजे अखिलेश यादव से अनबन की वजह से उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़कर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी(लोहिया) नाम से नई पार्टी का गठन किया है. ऐसा माना जा रहा है कि सपा-बसपा गठबंधन से टिकट कटने के बाद शिवपाल यादव बागी नेताओं के साथ मिलकर सपा-बसपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं.