स्कूलों के बॉयकॉट पर केंद्रीय मंत्री ने गिलानी से पूछा सवाल, अपनों को जिहाद पर क्यों नहीं भेजते

अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के विवादित बोल जारी है. गिलानी ने कश्मीर के लोगों से अपने बच्चों को सेना के स्कूलों में न भेजने की अपील की थी. गिलानी के बयान पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पूछा है कि जिहाद के लिए वे अपने बच्चों का स्कूल क्यों नहीं छुड़वाते हैं.

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स्कूलों के बॉयकॉट पर केंद्रीय मंत्री ने गिलानी से पूछा सवाल, अपनों को जिहाद पर क्यों नहीं भेजते

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  • May 6, 2017 2:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
श्रीनगर: अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के विवादित बोल जारी है. गिलानी ने कश्मीर के लोगों से अपने बच्चों को सेना के स्कूलों में न भेजने की अपील की थी. गिलानी के बयान पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पूछा है कि जिहाद के लिए वे अपने बच्चों का स्कूल क्यों नहीं छुड़वाते हैं.

 
क्या कहा जितेंद्र सिंह ने ?
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कश्मीरी युवाओं को इस तरह के अलगाववादी नेता से यह सवाल पूछना चाहिए कि जिहाद अगर इतना ही उनके लिए महत्वपूर्ण है, तो वह अपने बच्चों को पढ़ाई छोड़कर इसमें शामिल होने को क्यों नहीं कहते हैं. उनके बच्चे तो बड़े-बड़े स्कूल और कॉलेज में पढ़ते हैं और मासूम युवाओं को जिहाद के रास्ते पर भेजते हैं.
 
 
क्या कहा था गिलानी ने ?
गिलानी ने कहा है कि सेना द्वारा संचालित ‘गुडविल’ स्कूलों में कश्मीरी बच्चों का जाना सही नहीं है. हुर्रियत ने अभिभावकों से कहा है कि वे अपने बच्चों को इस तरह के स्कूलों में न भेजें. सेना ने शिक्षा के स्तर सुधारने के लिए पूरी कश्मीर घाटी खासकर ग्रामीण इलाकों में ऐसे कई स्कूल खोले हैं. जहां बड़ी संख्या में स्थानीय छात्र इन स्कूलों में पंजीकृत हैं.
 
गिलानी ने कहा कि छोटे-मोटे भौतिक फायदे और आज के लिए हमारी पीढ़ी हमारे हाथों से निकलती जा रही है. सेना द्वारा संचालित ये संस्थान हमारे बच्चों को अपने धर्म और विशिष्ट संस्कृति से विरक्त कर रहे हैं. इसलिए घाटी के लोग अपने बच्चों को सेना के स्कूलों में ना भेजें.

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