सावधान, जिस सड़क पर कोई टॉल नहीं उस पर भी टैक्स वसूल लेती है उबर

ये कंपनियां आपसे उन सड़कों पर भी टॉल टैक्स के नाम पर पैसे वसूल लेंगी जिस रास्ते में कोई टॉल न हो.

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सावधान, जिस सड़क पर कोई टॉल नहीं उस पर भी टैक्स वसूल लेती है उबर

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  • May 5, 2017 3:34 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

नई दिल्ली. एप्प आधारित कैब सर्विस उबर और ओला की सवारी करने वालों को गाड़ी से उतरते वक्त ड्राइवर के फोन पर फ्लैश किराया और कटे पैसे का मिलान कर लेना चाहिए नहीं तो ये कंपनियां आपसे उन सड़कों पर भी टॉल टैक्स के नाम पर पैसे वसूल लेंगी जिस रास्ते में कोई टॉल न हो.

गाजियाबाद के वैशाली में रहने वाले एक युवक ने नोएडा के दफ्तर से उबर की कार बुक की. नोएडा और वैशाली के रास्ते में कहीं भी दिल्ली नहीं आता इसलिए जब गाड़ी वैशाली पहुंची तो ड्राइवर के मोबाइल स्क्रीन पर किराया 107 रुपया दिखा. उबर की सर्विस में कैश और PayTM से भुगतान की सुविधा है. युवक ने उबर को PayTM से कनेक्ट कर रखा था इसलिए कार निकलने के बाद उसे पता चला कि 107 रुपए के बदले उबर ने 345 रुपए काट लिए. 200 रुपया सिर्फ टॉल के नाम पर काटा गया.

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चूंकि उबर की कार आने से पहले एस्टीमेट में किराया 300 के ऊपर दिखाया गया था इसलिए अगर ड्राइवर की स्क्रीन पर किराया 107 रुपया ना दिखा होता तो युवक ये मानकर निश्चिंत चला गया होता कि किराया 345 ही रहा होगा. युवक ने इस बात की शिकायत उबर से की और फिर उबर ने जांच-पड़ताल के बाद नाजायज तरीके से टॉल के नाम पर काटे गए 200 रुपए वापस कर दिए.

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इसलिए जब भी उबर या ओला की सवारी करें तो अपने रूट का हिसाब रखें और ध्यान रखें कि आपकी कार टॉल के रास्ते जा भी रही है या नहीं या टॉल के नाम पर आप ठगे जा रहे हैं. आम तौर पर एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा में घुसने पर टॉल लगता है. जैसे दिल्ली से गुड़गांव-फरीदाबाद या नोएडा-गाजियाबाद जाने पर टैक्सी को टॉल देना पड़ता है और उसी तरह इन इलाकों से दिल्ली जाने पर भी टॉल देना पड़ता है.

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