श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो शुक्रवार को 2230 किलो का साउथ एशिया सैटेलाइट जीसैट-9 को लॉन्च करेगा. 50 मीटर ऊंचा रॉकेट श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा.
यह एक संचार उपग्रह है, जो नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, भारत, मालदीव, श्रीलंका और अफगानिस्तान को दूरसंचार की सुविधाएं मुहैया कराएगा.
इस उपग्रह का खर्च करीब 235 करोड़ रुपए आया है जबकि सैटेलाइट के लॉन्च समेत इस पूरे प्रोजेक्ट पर भारत 450 करोड़ रुपए खर्च करने जा रहा है. इसमें शामिल देशों को 12 साल तक भारत को 96 करोड़ रुपए देने होंगे.
सार्क देशों में पाकिस्तान को छोड़ बाकी सभी देशों को इस उपग्रह का फायदा मिलेगा. पाकिस्तना ने इसलिए इसमें हिस्सा नहीं लिया क्योंकि उनका कहना है कि उनका अपना अंतरिक्ष कार्यक्रम है. इसके साथ ही दक्षिण क्षेत्र में चीन के प्रभाव को कम किया जाएगा.
इस सैटेलाइट को लॉन्च करने से एशिया के देशों को आपदा सहयोग और कम्युनिकेशन में मदद मिलेगी.
इसरो के मुताबिक इसके जरिए सभी सहयोगी देश अपने-अपने टीवी कार्यक्रमों का प्रसारण कर सकेंगे. इससे देशों के बीच हॉट लाइन की सुविधा भी दी जाएगी.
इस सैटेलाइट का नाम पहले सार्क सैटेलाइट रखा गया था लेकिन पाकिस्तान के बाहर होने के बाद इसका नाम साउथ ईस्ट सैटेलाइट कर दिया गया. बता दें कि 3 साल पहले मई 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो से सार्क देशों के लिए सैटेलाइट बनाने के लिए कहा था. बीते रविवार को मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने घोषणा की थी पड़ोसी देशों को ‘भारत की ओर से उपहार’.