नई दिल्ली : शहीदों के शवों के साथ पाकिस्तान की बर्बरता पर आर्मी चीफ बिपिन रावत ने इशारों ही इशारों में यह बता दिया है कि भारत अब सख्त कार्रवाई करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. उन्होंने कहा है कि आर्मी अपना प्लान कभी नहीं बताती है हमेशा काम करने के बाद ही बोलती है.
उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर में हो रही बैंक लूट को रोकने के लिए आर्मी बड़े स्तर पर आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चला रही है. बिपिन रावत ने कहा है कि आर्मी आतंकियों को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है, आतंकी इन दिनों ही ज्यादा घुसपैठ करते हैं क्योंकि इन दिनों बर्फ पिघलने लगती है, लेकिन हमारी सेना भी जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
आर्मी चीफ ने यह भी कहा है कि सैन्य खर्चा किसी तरह का बोझ नहीं है बल्कि देश के आर्थिक विकास के लिए सुरक्षा भी जरूरी होती है. बिपिन रावत ने यह बात यूएसआई सामरिक ईयर बुल रिलीज के मौके पर कही.
उन्होंने कहा, ‘यह सोचा जाता है कि सेना पर होने वाला खर्च एक तरह का बोझ है, लेकिन हमें यह समझने की जरूरत है कि सुरक्षा के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं है. एक सुरक्षित राष्ट्र ही विकास कर सकता है.’
उन्होंने कहा कि जब हम एफडीआई की बात करते हैं तो हमें यह भी सोचना पड़ता है कि हमारा निवेश सुरक्षित है या नहीं. बिपिन रावत ने कहा, ‘आर्थिक विकास के लिए सेना का मजबूत होना जरूरी होता है. जब हम आर्थिक विकास पर ध्यान देते हैं तब हमें सुरक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए.’
बता दें कि जम्मू कश्मीर में बढ़ती हुई आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए आतंकियों के खिलाफ बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. सुरक्षाबलों ने शोपियां जिले के करीब 20 गांवों की घेराबंदी कर दी है.