नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट में आज पटना की एक HIV पीडित गर्भवती महिला के 26 हफ्ते के गर्भ का गर्भपात पर सुनवाई हुई. कोर्ट ने कहा कि यहां एक मामला है जहां एक महिला गंभीर बीमारी से पीडित है और असहाय है. ऐसे में उसकी जान को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जानी चाहिए. कोर्ट मामले की अगली सुनवाई 8 मई को करेगा.
महिला की जान बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सामने आए हैं. इसके लिए केंद्र की मदद से महिला को गुरुवार को हवाई जहाज के जरिए दिल्ली लाया जाएगा. एम्स में शुक्रवार को मेडिकल बोर्ड महिला की जांच करेगा और कोर्ट को रिपोर्ट सौंपेगा.
बताया जा रहा है कि पटना की सडकों पर रहने वाली 35 साल की महिला के साथ रेप हुआ था. रेप की वजह से वो गर्भवती हो गई थी और बाद में उसे पटना के एक NGO के यहां रखा गया. मेडिकल जांच में पता चला कि वो गर्भवती हो तो पटना हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई.
हाईकोर्ट ने सरकारी डाक्टरों का मेडिकल बोर्ड बनाया जिसने रिपोर्ट में कहा कि इसके लिए मेजर सर्जरी करनी पड सकती है. हाईकोर्ट ने गर्भपात की इजाजत देने से इंकार कर दिया और महिला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. महिला को उसके पति ने 12 साल पहले उसे छोड दिया था.