Happy Lohri 2019: लोहड़ी 2019 खुशियों का त्योहार है, खुशियां बांटने का त्योहार है. लोहड़ी 2019 नवजात और नई दुल्हन के लिए बेहद शुभ माना जााता है. लोहड़ी से जुड़ी हुई कई पौराणिक कथाएं हैं. लोहड़ी 2019 पर मायके से बेटियों के घर उपहार भेजने की प्रथा बहुत पुरानी है.
नई दिल्ली. Happy Lohri 2019: लोहड़ी खुशियों का त्योहार है ,मिलकर खुशियां मनाने का त्योहार है. पंजाबी और हिन्दू समुदाय में खासतौर पर मनाया जाने वाले इस त्योहार को बांटने का त्योहार भी कहते हैं. इस साल की लोहड़ी उनके घर में विशेष तौर पर मनाई जाएगी जिनके घर में शादियां हुईं हैं, फिर चाहे बेटी की विदाई हो या फिर घर में बहु का आगमन हो उस घर की लोहड़ी उस साल विशेष हो जाती है. घर में नए बच्चे के आने की खुशी भी लोहड़ी की खुशियों को दुगुनी करती है.
आइए आपको बताते हैं लोहड़ी की कुछ और खास बातें
मकर संक्रांति की तरह ही लोहड़ी 2019 का त्योहार सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण होने का त्योहार है. मुख्य तौर पर ये त्योहार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल और कश्मीर में धूम-धाम से मनाया जाता है.
लोहड़ी 2019 पर बेटियों के ससुराल उपहार भेजने की परंपरा रही है. शादी के बाद बेटी की पहली लोहड़ी पर मायके से तरह-तरह के उपहार भेजे जाते हैं. बेटी की मां कपड़े, गजक, मिठाइयां, रेवड़ी अपनी बेटी के ससुराल भिजवाती हैं. इसके पीछे भी कई पौराणिक कहानियां हैं. एक कथा के मुताबिक राजा दक्ष ने अपने दामाद भगवान शिव का जब अपमान किया तो उनकी बेटी और शिव भगवान की पत्नी सती ने जलते यज्ञकुंड में कुद कर आत्मदाह कर दिया था, और दक्ष प्रजापति को इसका दंड भुगतना पड़ा था. इसी बजह से मांए इस दिन प्रायश्चित के लिए अपनी बेटियों के ससुराल उपहार भेजती हैं.
बच्चे को बुरी नजर से भी बचाती है लोहड़ी. लोहड़ी के दिन मांए अपने नवजात बच्चे को लेकर लोहड़ी 2019 के आग के सामने बैठ उन्हें तपाती हैं जिनसे उन बच्चों की बुरी नजर से हमेशा रक्षा होती है, और वो हमेशा स्वस्थ रहता है.
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