नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने 2019 के लोक सभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से पार पाने के लिए नया फॉर्मूला बताया है. इकोनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में लालू यादव ने कहा कि यूपी, बिहार, पंजाब और पश्चिम बंगाल के दल साथ आए तो बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है.
लालू यादव ने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि शुरुआत में यहां भी गंठबंधन को लेकर परेशानी हुई लेकिन बाद में उसमें सुधार कर गंठबंधन हो गया. जिसका असर भी देखने को मिला. बिहार में बीजेपी सत्ता नजदीक भी नहीं पहुंच पाई.
लालू यादव ने कहा कि बिहार का हर आदमी राजनीति में माहिर है. 2014 के लोकसभा में बिहार गठबंधन नहीं था तो बिजेपी को अधिक सीट मिले. बाद में विधानसभा चुनाव में जनता ने बीजेपी को जवाब भी दे दिया.
लालू ने माना यूपी में गलती हुई
यूपी विधानसभा चुनाव पर लालू यादव ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों ने यूपी में गलती की हैं. जिसका फायदा बीजेपी को मिला. तालमेल की कमी के कारण महागंठबंधन नहीं हो पाया. सपा और कांग्रेस के गठबंधन पर बात करते हुए लालू ने कहा कि इस गठबंधन में देरी हुई. उम्मीद्वार के चयन में भी दोनों पार्टियों ने देरी की. जिसका फायदा बीजेपी को मिला.
मुलायम-मायावती राजी नहीं हुए
यूपी में महागबंधन के सवालों का जवाब देते हुए लालू यादव ने कहा कि वहां कुछ पार्टियों में मतभेद थे. मुलायम और मायावती एक साथ आने को तैयार नहीं थे. साथ में एक दो नेता और ऐसे थे जो महागबंधन को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखाएं.