भोपाल: मध्य प्रदेश एक सरकारी अस्पातल में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे. दरअसल, यहां 7 साल पहले जिस महिला की मौत हो गई थी उसकी आत्मा को कैद करने के लिए परिजन उसी अस्पताल पहुंच गए.
दरअसल, शुकवार के दिन जमलावदा कुछ गांव वाले अगरबत्तियां और घी की ज्योत लेकर नीमच के सरकारी अस्पताल के वार्ड में घूमते हुए नजर आए. पहले तो इस कदर गांव वालों को देख सभी हैरान रह गए. लेकिन जब उनसे पूछा गया तो माजरा समझ में आया.
रिपोर्ट के अनुसार यह घटना नीमच गांव में एक परिवार की महिला की मौत इसी सरकारी अस्पताल हुई थी. 7 साल पहले मां फूलकुंवरबाई को अस्वस्थता के कारण जिला अस्पताल लाया गया था. दस्त और घबराहट के कारण उन्हें शाम के समय भर्ती किया था लेकिन अगले दिन देहांत हो गया. खबरों के अनुसार इसके बाद से परिवार में निरंतर परेशानी आ रही थी और मांगलिक कार्यों में रुकावट आ रही थी.
गांव वालों की मानें तो उनका कहना है कि इस की आत्मा यहां भटक रही है. जब तक इनकी मुक्ति नहीं होगी, वे उन्हें परेशान करती रहेगी. इतना ही नहीं उसके इस अंधविश्वास के चलते ये इन आत्माओं को तंत्रमंत्र से अपने साथ ले जाएंगे. इसी तरह राजस्थान शहर के गांव के लोग भी यहां एक महिला की आत्मा तलाशते हुए नजर आए.
खबर के अनुसार परिवार और रिश्तेदारों ने करीब डेढ़ घंटे तक प्याऊ के समीप पूजा-अर्चना और धूप-ध्यान दिया।.इसके बाद धार्मिक रीति से कलश में ज्योत रखकर रवाना हो गए, लेकिन इस अवधि में न तो पुलिस ने उन्हें रोका और न ही जिला अस्पताल के जिम्मेदारों ने इसे रोकने कोशिश ही की. कथित तौर पर तंत्र-मंत्र करने आए गांव वाले आत्मा को अपने साथ लेकर भी गए.
स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि अस्पताल में इस तरह के नजारे आए दिन देखने को मिलते हैं. यहां किसी की मौत होने पर लोगों में इस बात का भय बना रहता है कि बाद में मृत व्यक्ति की आत्म उन्हें परेशान करेगी.