Citizenship Amendment Bill 2016 in Lok Sabha: नागरिकता संशोधन बिल 2016 लोकसभा में पेश, जानें अहम बातें

Citizenship Amendment Bill 2016 in Lok Sabha: लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2016 पेश किया गया. इसपर विपक्ष ने अपनी आपत्ती जताई और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपना जवाब दिया. वहीं संसद के बाहर भी इस बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ. इस बिल पर अपनी बात रखते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ये बिल असम विशेष के लिए नहीं है और इससे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बनाए जा रहे नेशनस सिटिजन रजिस्टप पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इस बिल के पेश किए जाने के खिलाफ संसद के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुखौटा पहनकर विरोध किया गया.

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Citizenship Amendment Bill 2016 in Lok Sabha: नागरिकता संशोधन बिल 2016 लोकसभा में पेश, जानें अहम बातें

Aanchal Pandey

  • January 8, 2019 3:24 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. आज लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2016 पेश किया गया. इस बिल पर कांग्रेस और कई अन्य विपक्ष पार्टियों ने सवाल उठाए. ये सवाल सरकार के फैसले पर उठाए गए हैं. इस पर सरकार की ओर से गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया. बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल का विरोध कांग्रेस समेत टीएमसी, सीपीआई (एम), एसपी और भाजपा की दो सहयोगी पार्टी असम गण परिषद और शिवसेना भी कर रही हैं. इस बिल के विरोध में शिवसेना और असम गण परिषद समेत विरोध कर रही पार्टियों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रहे नेशनल सिटिजन रजिस्टर पर बिल का असर होगा.

हालांकि सरकार की ओर से जवाब दे रहे राजनाथ सिंह ने इस बात को खारिज किया है. सरकार चाहती है कि ये बिल लोकसभा में पास हो ताकि इसे बुधवार को राज्यसभा में पेश किया जाए और आम चुनाव से पहले इसे कानून का रूप दिया जाए. बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए छह अल्पसंख्यक समूहों को नागरिकता प्रदान की जाए.

नागरिकता संशोधन बिल 2016 की अहम बातें-

  • ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट प्रमुख बदरुद्दीन अजमल और ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने नागरिकता संशोधन बिल 2016 का संसद भवन के बाहर विरोध किया.
  • ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने नागरिकता संशोधन बिल 2016 का विरोध करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुखौटा पहनकर विरोध किया.
  • केंद्रिय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि हम एनआरसी, नेशनल सिटिजन रजिस्टर को लेकर गंभीर हैं. इस बिल के कारण एनआरसी में कोई भेदभाव नहीं होगा. अवैध रूप से हो रही गुसपैठ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 
  • राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं की नागरिकता संशोधन बिल केवल असम के लिए नहीं हैं बल्कि पड़ोसी देशों से आ रहे शर्णार्थियों के कल्याण के लिए भी है. ये बिल उन शर्णार्थियों के लिए भी है जो देश की पश्चिमी बॉर्डर से आए हैं और राजस्थान, पंजाब और दिल्ली में आकर रहने लगे हैं.’
  • कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन बिल 2016 को लेकर सदन में हो रही बहस के बीच विरोध करते हुए लोकसभा से वॉकआउट कर दिया. 
  • टीएमसी नेता सुगाता रॉय ने कहा, ‘बिल में जिन छह धर्मों का जिक्र है उनमें मुस्लिम नहीं हैं. अगर कोई धार्मिक अत्याचार की वजह से भारत आता है तो भारत को उन्हें शरण देना चाहिए.

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