नई दिल्ली : जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव की तारीख पास आती जा रही है सियासी गलियारों की हवाएं भी गरमाती जा रही है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीजेपी को घेरने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक करने की कोशिश तेज कर दी हैं.
नीतीश कुमार से मुलाकात करने के बाद अब बुधवार को सोनिया गांधी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ बैठक की और राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के नाम पर चर्चा की. रिपोर्ट्स है कि विपक्ष राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार उतार सकता है, इसके लिए कोशिशें तेज कर दी गई हैं.
बुधवार की शाम को शरद पवार ने सोनिया गांधी से उनके आवास 10 जनपथ पर मुलाकात की, दोनों ने करीब आधे घंटे तक मीटिंग की. रिपोर्ट्स है कि इस बैठक में देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई और राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर भी चर्चा हुई.’
बता दें कि सोनिया गांधी और शरद पवार की मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष की विपक्ष को राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक करने का एक हिस्सा है. इससे पहले सोनिया बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा और जेडीयू नेता शरद यादव से भी मुलाकात कर चुकी हैं.
रिपोर्ट्स है कि आने वाले दिनों में सोनिया गांधी आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, डीएमके के एमके स्टालिन और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूख अब्दुल्ला से भी मुलाकात करेंगी. वहीं उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी से फोन पर बात की है.
वहीं लालू प्रसाद यादव ने भी विपक्षी दलों के व्यापक गठबंधन पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि जब कभी सामाजिक न्याय या क्षेत्रीय राजनीतिक दल एक साथ आए हैं, हमें जीत मिली है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सांप्रदायिक और फासीवादी बलों को हराने के लिए मायावती, कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश एक साथ आएं.
शिवसेना ने लिया था शरद पवार का नाम
इस वर्ष जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में साझा उम्मीदवार खड़ा करने के लिए विपक्ष मन बना चुका है. वहीं विपक्ष शरद पवार को भी उम्मीदवार के रूप में चुन सकता है. वामपंथी नेता सीताराम येचुरी ने खुद शरद पवार का नाम सामने रखा था जिसके बाद एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी कहा था कि पवार काबिल हैं और काबिल नेता राष्ट्रपति भी बन सकता है.