अब आम आदमी पार्टी का क्या होगा ? सवाल इसलिए क्योंकि जिस तरह देश के दिल दिल्ली में कमल ने कमाल की कामयाबी दर्ज की है उससे आम आदमी पार्टी का सियासी भविष्य खतरे में दिख रहा है.
नई दिल्ली: अब आम आदमी पार्टी का क्या होगा ? सवाल इसलिए क्योंकि जिस तरह देश के दिल दिल्ली में कमल ने कमाल की कामयाबी दर्ज की है उससे आम आदमी पार्टी का सियासी भविष्य खतरे में दिख रहा है.
एमसीडी चुनाव में बीजेपी की जीत की हैट्रिक से ये तो साफ हो गया है कि दिल्ली को सिर्फ मोदी का मैजिक पसंद है. सिर्फ दो साल में दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को हीरो से जीरो बना दिया. ऐसे में सवाल लाजिमी है कि क्या केजरीवाल का करिश्मा छूमंतर हो गया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक कामयाबी के बाद जश्न की ये तस्वीरें कोई भूला नहीं. फूलों की बारिश के बीच अपने खास सिपहसालारों के साथ समर्थकों का अभिवादन करते केजरीवाल.लेकिन वक्त का हिसाब देखिए. सिर्फ दो साल में ये मंज़र पूरी तरह बदल गया.ये दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का घर है.जहां दो साल पहले मिली शानदार जीत के बाद रंग बिरंगे गुब्बारे लहरा रहे थे.
आज वहां सन्नाटा पसरा हुआ है. न कोई नेता न कार्यकर्ता और न समर्थक. सिर्फ हार का मातम. इन दो तस्वीरों से आप दिल्ली में केजरीवाल सरकार के दो साल के सफर का फर्क समझ सकते हैं. फरवरी 2015 के विधानसभा चुनाव में जिस पार्टी ने रिकॉर्ड तोड़ 67 सीटें जीतकर बड़े बड़े सियासी दिग्गजों को हैरान कर दिया था.
वही पार्टी अब दिल्ली नगर निगम चुनाव में मिली करारी हार से सदमे में है.दिल्ली के डिप्टी सीएम और केजरीवाल के खासमखास मनीष सिसोदिया की ये तिलमिलाहट बेवजह नहीं है. आखिर जिस दिल्ली ने दो साल पहले उनकी पार्टी को हाथों हाथ लिया था उसी दिल्ली ने अब एमसीडी चुनाव में आप की बत्ती जो गुल कर दी.