Kamalnath on Vyapam Scam: मध्य प्रदेश में सरकार बदलने के बाद एक बार फिर व्यापम घोटाले की फाइल खोली जाएंगी. कमनलाथ के नेतृत्व की नई कांग्रेस सरकार इस घोटाले की जांच करवाएगी. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान व्यापम घोटाले को बड़ा मुद्दा बनाया था. अब अपने चुनावी वादों को पूरा करने क लिए कमलनाथ की कांग्रेस सरकार इस घोटाले में जांच करवाने के लिए इसकी फाइलें दोबारा खोलेंगी.
भोपाल. हाल ही में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है. इसके बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने सरकार बनाई और कमनलाथ को मुख्यमंत्री पद दिया. कांग्रेस ने अपने चुनाव प्रचार के समय व्यापम घोटाले को एक बड़ा मुद्दा बनाया था. अब मध्य प्रदेश में सरकार बनाते ही कांग्रेस व्यापम यानि की व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले की फाइलें खोलने के लिए तैयार है. इस बारे में प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा है. उन्होंने कहा कि इस घोटाले से जुड़े लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. इस घोटाले से लगभग 60 लोगों की जान गई थी. वहीं अब व्यापम का नाम बदलकर प्रफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड किया जा चुका है.
सरकार इस व्यापम घोटाले की जांच करवाने के लिए तैयार है. सरकार बदलते ही व्यापम की जांच कराए जाने की मांग तेज हुई. इस बारे में बाला बच्चन ने मीडिया से बात करते हुअ कहा, ‘व्यापम घोटाले में जो भी शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. सरकार उन सभी के खिलाफ कार्रवाई जरूर करेगी.’ बता दें कि कांग्रेस इस को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगा चुकी है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील कपिल सिब्बल ने शिवराज सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा था, ‘पहली बार जब्त हुए डेटा से पता चला कि व्यापम के माध्यम से प्रवेश करवाने वाले सिफारिशकर्ता के तौर पर 48 बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नाम के साथ-साथ मिनिस्टर वन, मिनिस्टर टू और मिनिस्टर थ्री का नाम शामिल है. इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम भी शामिल है, लेकिन सीबीआई इन सभी को बचा रही है. सीबीआई तथ्यों की अनदेखी कर रही है. इसीलिए दिग्विजय ने मुकदमा दायर किया है. दिग्विजय ने कुल 27000 पन्ने के दस्तावेज पेश किए हैं.’