नई दिल्ली. देश में इन दिनों जमकर सियासी इफ्तार पार्टियों का दौर चल रहा है. रविवार को जहां दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली सरकार से खींचतान के बाद सीएम अऱविंद केजरीवाल से गले मिलाया वहीं इस पार्टी में जंग के साथ ही उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, पुलिस आयुक्त बीएस […]
नई दिल्ली. देश में इन दिनों जमकर सियासी इफ्तार पार्टियों का दौर चल रहा है. रविवार को जहां दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली सरकार से खींचतान के बाद सीएम अऱविंद केजरीवाल से गले मिलाया वहीं इस पार्टी में जंग के साथ ही उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी, बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता और पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित भी शामिल हुए.
ऐसे में ये गौर करने वाली बात है कि आखिर सार्वजनिक तौर पर एक-दूसरे के धुर विरोधी माने जाने वाले इन नेताओं के इफ्तार पार्टियों में मिलने का मकसद क्या होता है ? इसके पीछे धार्मिक सद्भावना होती है या कुछ और..वीडियो में देखिए पूरी बहस