कहीं ICC मीटिंग में अलग-थलग न पड़ जाए BCCI

बीसीसीआई रेवेन्यू शेयरिंग के मसले पर इस समय अलग-थलग पड़ता जा रहा है. एक ओर उसने अपनी स्पेशल जनरल बॉडी मीटिंग में सर्वसम्मति से यह तय किया था कि वह आईसीसी की दुबई में होने वाली मीटिंग में रेवेन्यू शेयरिंग का मसला उठाएगी

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कहीं ICC मीटिंग में अलग-थलग न पड़ जाए BCCI

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  • April 25, 2017 1:07 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : बीसीसीआई रेवेन्यू शेयरिंग के मसले पर इस समय अलग-थलग पड़ता जा रहा है. एक ओर उसने अपनी स्पेशल जनरल बॉडी मीटिंग में सर्वसम्मति से यह तय किया था कि वह आईसीसी की दुबई में होने वाली मीटिंग में रेवेन्यू शेयरिंग का मसला उठाएगी लेकिन इस बारे में उसने यह तय नहीं किया है कि ऐसा न होने पर बोर्ड का रवैया क्या होगा. 
 
बोर्ड आशान्वित
ऐसे में यह सवाल उठना लाज़िमी है कि क्या वह चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए टीम की घोषणा आईसीसी की बैठक तक टालेगा. वैसे टीम की घोषणा की आखिरी तारीख 25 अप्रैल थी. न इस तारीख तक चयन समिति की मीटिंग तय हुई और न ही आईसीसी की मीटिंग के बाद इस मीटिंग को आयोजित करने की घोषणा की गई.
 
टूर्नामेंट में भाग लेने वाली बाकी टीमों ने खिलाड़ियों की घोषणा कर दी है. इस बारे में बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि अभी टीम की घोषणा के लिए हमारे पास काफी समय है. बेशक रेवेन्यू शेयरिंग के मामले में अन्य देशों के क्रिकेट बोर्डों से बीसीसीआई के मतभेद सामने आए हों लेकिन आईसीसी टीम की घोषणा को लेकर उसे खास तौर पर रियायत देगी, यह बोर्ड को स्पष्ट हो गया है.
 
 
ब्लैकमेलिंग !
वैसे बोर्ड में कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं जो रेवेन्यू शेयरिंग के मसले पर चैम्पियंस ट्रॉफी से हटने के पक्ष में हैं. इस बात पर कमिटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स ने यह कहकर विरोध किया है इससे आईसीसी में भारत की छवि खराब होगी. उसने इस मामले को ब्लैकमेलिंग बताया है. दूसरे, इस पूरे मसले पर भारत जिन दो देशों के साथ रेवेन्यू शेयरिंग की बात कर रहा हैं, वे चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए अपनी टीमों की घोषणा काफी पहले कर चुकी हैं. यहां तक कि इनमें इंग्लैंड की टीम तो इस टूर्नामेंट की मेजबान भी है. बेहतर होता कि भारत यह लड़ाई इन दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों के साथ मिलकर लड़ता.
 
टका सा जवाब
वैसे इस मीटिंग में बीसीसीआई की ओर से उसके एक्टिंग सचिव अमिताभ चौधरी और अनिरुद्ध चौधरी भाग ले रहे हैं. ये दोनों पिछले दो दिनों में इस मीटिंग में भाग लेने वाले सदस्य देशों के अधिकारियों से मिल चुके हैं. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार बोर्ड को इन अधिकारियों से फिलहाल टका सा जवाब मिला है. उनका साफ तौर पर कहना है कि इस फैसले से दुनिया भर का क्रिकेट इन तीनों देशों के इर्द गिर्द सीमित हो जाएगा. बेशक उनके हिस्से की भरपाई कर दी जाए लेकिन विश्व क्रिकेट में उनका रुतबा कम हो जाएगा. 
 
विरोधाभास
सूत्रों के अनुसार बीसीसीआई इस मीटिंग में 2021 की चैम्पियंस ट्रॉफी को टी-20 फॉर्मेट के साथ भारत में आयोजित करने का प्रस्ताव रखने वाला है. उसके रेवेन्यू का खाका उसने अभी से तैयार कर लिया है. आईसीसी के रेवेन्यू बढ़ाने को लेकर इससे मिलती जुलती उसकी कई योजनाएं हैं. अब यहां एक और विरोधाभास देखने को मिल रहा है. जिन एन. श्रीनिवासन को लोढा कमिटी की सिफारिशों के तहत खारिज कर दिया गया है, उन्हीं के रेवेन्यू शेयरिंग के फॉर्मूले पर बोर्ड चल रहा है. जिन अधिकारियों को एन श्रीनिवासन से परहेज है, वही उनके फॉर्मले को ज़ोर-शोर से स्वागत कर रहे हैं.

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