आंखों में सपने और उसे पूरा करने के हौसले बुलंद हों तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती. कुछ ऐसे ही इरादे और हौसले के साथ लखनऊ के इंदिरानगर में रहने वाली वर्तिका सिंह मिस इंडिया के फाइनल तक पहुंची और सेकेंड रनर अप भी रहीं. अपनी 'ब्यूटी विद ब्रेन' के दम पर फाइनल तक का सफर पूरा कर चुकी वर्तिका से आज मिलिए इंडिया न्यूज़ के विशेष कार्यक्रम 'यूपी की उड़ान' में.
नई दिल्ली. आंखों में सपने और उसे पूरा करने के हौसले बुलंद हों तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती. कुछ ऐसे ही इरादे और हौसले के साथ लखनऊ के इंदिरानगर में रहने वाली वर्तिका सिंह मिस इंडिया के फाइनल तक पहुंची और सेकेंड रनर अप भी रहीं. अपनी ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ के दम पर फाइनल तक का सफर पूरा कर चुकी वर्तिका से आज मिलिए इंडिया न्यूज़ के विशेष कार्यक्रम ‘यूपी की उड़ान’ में.
वर्तिका ने मिड इंडिया कांटेस्ट में मिस नेशनल कास्ट्यूम और मिस फोटोजेनिक टाइटल भी अपने नाम किया था. बताते चलें कि मिस इंडिया कांटेस्ट में हिस्सा लेने से पहले वर्तिका लखनऊ में ही रहकर हेल्थ सेक्टर में टेक्निकल एडवाइजर रह चुकी हैं. उनके पिता, बड़े भाई और बहन साइंटिस्ट हैं जबकि मां टीचर हैं. ऐसे में वर्तिका को ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ फैमिली बैकग्राउंड से ही मिला है. इसका फायदा उन्हें मिस इंडिया में फाइनल तक पहुंचने में मिला.
वर्तिका खुद कहती हैं कि वह यूपी रीजन में वर्ल्ड बैंक के एक प्रोजेक्ट के तहत टेक्निकल एडवाइजर का काम करती हैं. जब मिस इंडिया का ऑप्शन अचानक से सामने आया तो हिस्सा ले लिया. खुद को खुशकिस्मत मानती हैं, जो पहला राउंड पास करते हुए फाइनल तक पहुंची हैं. वर्तिका भारत में हेल्थ केयर की समस्याओं पर काम करने की इच्छुक हैं. वर्तिका का कहना है कि आज भी लोगों को सही से हेल्थ केयर नहीं मिल पाती, इसलिए इस दिशा में ज्यादा काम करने की जरूरत है. गौरतलब है कि वर्तिका ने अपनी स्कूलिंग कनोसा कॉवेंट, ग्रेजुएशन आईटी कॉलेज से पूरा किया है. लखनऊ यूनिवर्सिटी से पब्लिक हेल्थ में मास्टर कर चुकी हैं. उन्हें डांस और स्पोर्ट्स का काफी शौक है. वह टॉम क्रूज को अपना फेवरेट एक्टर बताती हैं.