रांची: झारखंड में आधार कार्ड की गोपनियता के साथ खिलवाड़ हुआ है. डायरेक्ट्रेट ऑफ सोशल सिक्योरिटी द्वारा मैनेज की जाने वाली वेबसाइट पर प्रोग्रामिक की समस्या आ जाने की वजह से राज्य के करीब 15 लाख लोगों के आधार कार्ड की जानकारी वेबसाइट पर सार्वजनिक हो गई.
यानी वेबसाइट पर लाखों लोगों के नाम, उनका पता, उनके बैंक अकाउंट की डिटेल सब सार्वजनिक हो गई. कोई भी आसानी वेबसाइट पर लॉग-इन कर इस डाटा को निकाल सकता है. निजता के नियम का कानून ऐसे वक्त पर टूटा है जब सुप्रीम कोर्ट साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और विपक्ष लगातार सरकार के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं जिसमें सरकारी सुविधाओं को पाने के लिेए आधार कार्ड अनिवार्य करने की बात कही गई है.
गौरतलब है कि आधार एक्ट के सैक्शन 29(04) के मुताबिक आधार नंबर सार्वजनिक करना अपराध है. इससे पहले यूएडीएआई ने आधार सर्विस देने वाली एक संस्था को ब्लैक लिस्ट कर दिया था क्योंकि उसने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का आधार नंबर सार्वजनिक कर दिया था.