एक्सरसाइज न करने वाले हो जाएं सावधान, हो सकती है ये बीमारी

आज की दौड़-भाग वाली लाइफस्टाइल में हम एक्सरसाइज को बिलकुल दर किनार कर देते हैं. हमारे दिमाग में सिर्फ ये बातें चलती है कि एक दिन एक्सरसाइज नहीं करेंगे तो क्या हो जाएगा. और ऐसे करते-करते ये हमारी आदत बन जाती है. लेकिन क्या आपको पता है ऐसे करने से इसका खतरनाक असर आपके शरीर पर पड़ता है.

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एक्सरसाइज न करने वाले हो जाएं सावधान, हो सकती है ये बीमारी

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  • April 18, 2017 4:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: आज की दौड़-भाग वाली लाइफस्टाइल में हम एक्सरसाइज को बिलकुल दर किनार कर देते हैं. हमारे दिमाग में सिर्फ ये बातें चलती है कि एक दिन एक्सरसाइज नहीं करेंगे तो क्या हो जाएगा. और ऐसे करते-करते ये हमारी आदत बन जाती है. लेकिन क्या आपको पता है ऐसे करने से इसका खतरनाक असर आपके शरीर पर पड़ता है.
 
ब्रिटिश हर्ट फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में दो करोड़ से ज्यादा लोग व्यायाम से कोसों दूर हैं. संस्था ने चेतावनी दी है कि व्यायाम से दूरी दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ाती है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) पर हर साल 1.2 अरब पाउंड (करीब 97 अरब रुपए) का भार पड़ता है.
 
हैरियट मलवैनी को 44 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ा तब उन्हें अपनी दिनचर्या में थोड़ा बदलाव करना पड़ा. वो कहती हैं, ‘पीछे मुड़ कर देखती हूं तो मुझे लगता है कि मैं बहुत निष्क्रिय थे. मैं सोचती थी मैं बहुत सक्रिय हूं, लेकिन वास्तव में मैं तो केवल व्यस्त थी.’
 
हैरियट मानव संसाधन सलाहकार हैं और उनकी दिनचर्या बहुत व्यस्त होती है। वो एक घंटा कार चलाकर काम पर पहुंचती हैं और लगभग हर दिन आठ से दस घंटे डेस्क पर बैठी रहती हैं. इसके बाद वो पारिवार के साथ व्यस्त हो जाती हैं और इन सब में व्यायाम छूट जाता है.
 
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में व्यायाम से दूर रहने की 36 प्रतिशत ज्यादा संभावना होती है. रिपोर्ट के अनुसार, 83 लाख पुरुषों के मुकाबले 1.18 करोड़ महिलाएं व्यायाम से दूर हैं. असल में निष्क्रिय रहने का पैमाना वो सरकारी दिशा-निर्देश है जिसमें हर सप्ताह 150 मिनट तक सामान्य व्यायाम और हफ्ते में दो दिन कड़ी मेहनत की सलाह है.
 
रिपोर्ट में आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए कहा गया है कि औसत ब्रितानी पुरुष अपने जीवन का पांचवां हिस्सा बैठे-बैठे बिताता है यानी एक साल में 78 दिन। यह आंकड़ा महिलाओं के लिए प्रति वर्ष 74 दिन है.

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