Azam Khan on Triple Talaq Bill: लोकसभा में गुरुवार दोपहर को तीन तलाक बिल पर चर्चा की गई. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस बिल को महिलाओं को न्याय दिलाने वाला बिल बताया. विपक्ष ने इसे जॉइंट सिलेक्ट कमिटी को भेजने की मांग की. वहीं समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने इसपर एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि हमें कुरान के अलावा कोई भी कानून मान्य नहीं.
लखनऊ. गुरुवार को लोकसभा में तीन तलाक विधेयक पर बहस चल रही है. इस विधेयक पर अभी फैसला आना बाकि है. बहस के दौरान कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये विधेयक महिलाओं को न्याय दिलाने वाला बिल है. दूसरी ओर विपक्ष ने इसे जॉइंट सिलेक्ट कमिटी को भेजने की मांग उठाई है. लोकसभा में चल रही इस बहस के बीच समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने इस विधेयक पर एक बड़ा बयान दिया है.
आजम खान ने अपने बयान में कहा, ‘तीन तलाक बिल से हम मुसलमानों का कोई नाता नहीं. हमें इससे लेना-देना नहीं है. जो भी मुसलमान हैं वो कुरान और हदीस को मानते हैं. सभी मुसलमान जानते हैं कि तलाक की पूरी प्रक्रिया कुरान में दी गई है. इसलिए हम केवल कुरान की उस प्रक्रिया को ही मानते हैं. इस प्रक्रिया के अलावा या कुरान के कानून के अलावा हम मुसलमानों को कोई भी कानून मान्य नहीं है.’
इसके अलावा आजम खान ने तलाक पर इस्लाम और कुरान के कानून पर बोला, ‘जो लोग इस्लामिक कानून के मुताबिक तलाक नहीं लेते उसे तलाक नहीं माना जाता. तीन तलाक पर कानून बने या ना बने हमारे कुरान और अल्लाह के कानून से बड़ा कोई कानून नहीं है. केवल हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमान तलाक के लिए कुरान के कानून को मानते हैं.’ आजम खान ने मांग उठाई की सरकार पहले उन महिलाओं को न्याय दिलाए जिनके पति उन्हें स्वीकार नहीं करते या फिर पहले उन्हें न्याय दिलाए जिन्हें गुजरात और अन्य जगह दंगों में मारा गया.’