नई दिल्ली: आजकल बच्चों का स्मार्टफोन से लगाव कोई बड़ी बात नहीं है. खुद माता-पिता ही बच्चों को खिलौने खेलने की बजाय स्मार्टफोन दे देते हैं. लेकिन हाल ही में हुए एक शोध से जो बातें सामने आई हैं, वो आपके होश उड़ा सकती है. जी हां, अगर आपका बच्चा भी लगातार स्मार्टफोन से खेलता रहता है, तो फिर सावधान हो जाइये.
शोध में ये बात सामने आई है कि स्मार्टफोन की आदत बच्चों की नींद की दु्श्मन है. शोध में ये बात सामने आई है कि जो बच्चे स्मार्टफोन और टैबलेट पर ज्यादा समय बीताते हैं या उसके साथ खेलते रहते हैं, उन्हें अन्य बच्चों के मुकाबले बहुत कम नींद आती है.
वैज्ञानिकों ने ये पाया है कि जो बच्चा टच स्क्रीन वाले मोबाइल पर अगर एक घंटा समय बीताता है, तो मतलब ये है कि उसके एक घंटे की नींद में 15 मिनट कम जाता है. हालांकि, शोध में ये बात भी सामने आई है कि नींद तो बच्चे की खराब होती है, मगर उनके अंदर मोटर स्किल्स की क्षमता बढ़ती जाती है.
शोध में इस बात की गुरालिश की गयी है कि माता-पिता को इस बात को अनदेखा नहीं करना चाहिए. आपको बता दें कि ये शोध बच्चों द्वारा स्मार्टफोन पर बीताए गये समय के आधार परगिया गया था. हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि दिन पर दिन घरों में टच स्क्रींस की तादाद बढ़ रही है, लेकिन बचपन पर पड़ने वाले असर को लेकर समझ की कमी है.
इसके अलावा ये भी पाया गया कि जो बच्चे टच स्क्रीन के साथ ज्यादा खेलते हैं, वे रात में कम सोते हैं और दिन में ज्यादा सोना पसंद करते हैं. इससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.