इसरो 5 मई को करेगा ‘साउथ एशिया सैटेलाइट’ का प्रक्षेपण, पाकिस्तान नहीं होगा शामिल

हैदराबाद: इसरो एक बार फिर से कामयाबी की नई इबारत लिखने को तैयार है. बताया जा रहा है कि भारत पांच मई को ‘दक्षिण एशिया उपग्रह’ का प्रक्षेपण करने जा रहा है. इस उपग्रह से पाकिस्तान को छोड़कर दक्षिण एशिया के सभी देशों को लाभ होगा. पाकिस्तान को इस परियोजना में शामिल नहीं किया जाएगा. […]

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इसरो 5 मई को करेगा ‘साउथ एशिया सैटेलाइट’ का प्रक्षेपण, पाकिस्तान नहीं होगा शामिल

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  • April 14, 2017 6:19 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

हैदराबाद: इसरो एक बार फिर से कामयाबी की नई इबारत लिखने को तैयार है. बताया जा रहा है कि भारत पांच मई को ‘दक्षिण एशिया उपग्रह’ का प्रक्षेपण करने जा रहा है. इस उपग्रह से पाकिस्तान को छोड़कर दक्षिण एशिया के सभी देशों को लाभ होगा. पाकिस्तान को इस परियोजना में शामिल नहीं किया जाएगा.

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के मुताबिक, संचार उपग्रह (जीसैट-9) का प्रक्षेपण 5 मई को जीएसएलवी-09 रॉकेट द्वारा श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस उपग्रह का उद्देश्य दक्षिण एशिया के देशों के बीच संपर्क, संचार और आपदा सहायता उपलब्ध कराना है.
 
इसरो के चेयरमैन ए. एस. किरण के मुताबिक, पाकिस्तान इस परियोजना में शामिल नहीं होना चाहता था. हालांकि, इस परियोजना में पाकिस्तान को छोड़कर दक्षिण एशिया के तमाम देश शामिल हैं. बताया जा रहा है कि इस उपग्रह को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे यह अपने मिशन पर 12 साल से ज्यादा सक्रिय रहेगा.
 
 
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में काठमांडो में सार्क शिखर सम्मेलन में इस उपग्रह की घोषणा की थी और इसे परोसियों के लिए ‘भारत का तोहफा करार दिया था. उम्मीद की जा रही है इसरो की कामयाबी में एक और अध्याय जुड़ेगा.

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