नई दिल्ली: अमेरिका की ओर से अफगानिस्तान की धरती पर इस तरह का पहला हमला नहीं है. इससे पहले भी अमेरिका कई बार समय-समय पर बड़े हमले कर दुनिया को चौका चुका है. एक दिन पहले गुरुवार शाम को अमेरिका ने आईएस के खात्मे के लिए उनके कुछ चुनिंदे ठिकानों पर गैर-परमाणु बन गिराया. जिसे अब तक का सबसे बड़ा हमला कहा जा रहा है.
हमले में उपयोग किए बम को ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्म’ कहा जाता है.आपको बता दें कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की दखल पहले से ही रही है. ओसामा बिन लादेन और 9/11 के हमलों के बाद अमेरिका ने खुलकर अफगानिस्तान में दखल देना शुरू कर दिया. अमेरिका की ओर से 9/11 हमले के ठीक दो सप्ताह बाद अफगानिस्तान में लड़ाकू हेलीकॉप्टर से हमले किए थे.
इस हमले में अमेरिका ने लेटेस्ट तकनीकि के मिग-21 और सु-22 हेलीकॉप्टर का सहारा लिया था. इसके बाद 2001 के अक्टूबर महीने भी अमेरिका ने कई एयर मिसाइलें दागी थी. अमेरिका ने अफगानिस्तान में हमले के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल करता रहा है. आईएस के चुनिंदे ठिकानों पर अमेरिका ड्रोन से ही हमला करता रहा है.
अफगानिस्तान में पूरे साल अमेरिकी सेना डेरा डाले रहती है. अमेरिका के इस हमलों में बहुत सारे अफगानी नागरिक भी मारे जाते हैं और कल हुए गैर परमाणु हमले में भी बहुत सारे लोगों के मारे जाने की आशंका है.अभी तक के हमले में सबसे ज्यादा लगभग 1200 लोग