BJP MLA on Bulandshahr Violence: बुलंदशहर में हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हुई. हिंसा कथित तौर पर गोकशी की अफवाह के बाद भड़की. इसी के बाद 80 से भी ज्यादा पूर्व ब्यूरोक्रेट्स ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है. इसी पर भाजपा विधायक संजय शर्मा ने जवाब में विवादित बयान देते हुए कहा कि केवल दो लोगों की मौत दिख रही है लेकिन 21 गायों की नहीं.
बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जिले में कथित तौर पर गोकशी की अफवाह फैलने के बाद भीड़ आक्रोशित हो गई. गुस्साई भीड़ ने आगजनी और हिंसा की जिसके बाद पुलिस को भी कड़े कदम उठाने पड़े. इस हिंसा और पुलिस की कार्रवाई के दौरान दो लोगों की मौत हो गई. गोकशी और दो लोगों की मौत पर दो मामले दर्ज हुए जिनकी जांच के आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए. हालांकि इस मामले में अभी तक जांच के कोई परिणाम नहीं निकले हैं.
वहीं 83 पूर्व ब्यूरोक्रेट्स ने इस मामले को संभालने के तरीकों के कारण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की है. इसी के जवाब में एक भाजपा नेता भी मामले में विवादित बयान दे रहे हैं. अनूपशहर से भाजपा नेता संजय शर्मा ने इस्तीफे की इस मांग पर जवाब देते हुए कहा, ‘आप केवल सुमित और एक पुलिस अधिकारी की मौत देख रहे हैं, 21 गायों की मौत नहीं. कृपया समझें कि जिन लोगों ने गायों को मार डाला वे असली अपराधी थे. भीड़ ने हिंसा हमारी गौमाता की हत्या के कारण की.’
बहुत समय से इस बात पर सवाल उठ रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ गायों की मौत को लेकर ज्यादा परेशान है बजाय उन लोगों की मौत के जिन्होंने उन्हें वोट दिए. इन आरोपों को मजबूती इसलिए मिली क्योंकि मुख्यमंत्री ने बुलंदशहर संघर्षों में मानव हताहतों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, इसके बजाय इस क्षेत्र में पाए गए मवेशी शवों की जांच को आदेश दिए. अब भाजपा नेता के एक बार फिर गोकशी पर जांच को ज्यादा जरूरी बताने के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या भाजपा के लिए इंसानों की जिंदगी से ज्यादा गायों की जिंदगी जरूरी हो गई है?