कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाकर क्या सर्जिकल स्ट्राइक का बदला ले रहा है पाकिस्तान ?
नई दिल्ली. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से बिलबिला रहे पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाकर बदला लिया है. पाकिस्तान की अदालत ने अंतरराष्ट्रीय कानून का खुलेआम उल्लंघन किया है.
भारतीय नौसेना में कमांडर रहे कुलभूषण जाधव ने काफी पहले रिटायरमेंट ले लिया था और उसके बाद वह अपना बिजनेस करते थे. वह इसी सिलसिले में ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान जाते रहते थे.
पाकिस्तान का कहना है कि वह भारत के लिए जासूसी कर रहे थे और उनको बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया और उनको फांसी की सजा सुना दी गई.
क्या सर्जिकल स्ट्राइक का बदला ले रहा है पाकिस्तान
हमेशा पीछे से वार करने वाला पाकिस्तान 29 सितंबर 2019 की रात हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से तिलमिलाया हुआ है. पाकिस्तान ने उस समय गीदड़ भभकी दी थी कि भारत को इसके परिणाम भुगतने होंगे.
इसके बाद से पाकिस्तान कश्मीर में खूब आतंक फैला रहा है लेकिन इसका असर पर भारत पर न पड़ता देख अब मासूम कुलभूषण जाधव को फांसी सुना दी. उसने उन 11 कैदियों के बारे में भी नहीं सोचा जिनको भारत अपने यहां से रिहा करने जा रहा था.
उरी हमले के बाद से पूरी दुनिया में आतंकवाद के मुद्दे पर अलग-थलग पड़ चुके पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे.वहीं भारत लगातार पड़ोसियों के साथ संबंध अच्छे करने की कोशिश कर रहा है.
कुलभूषण को छुड़ाने की कवायद तेज
सरकार की ओर से गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि कुलभूषण को छुड़ाने के लिए सरकार को कुछ भी करना पड़ेगा करेगी. राजनाथ सिंह ने कहा कि कुलभूषण के जाधव के जासूस होने का कोई सवाल ही नहीं उठता है.
सुषमा स्वराज का बयान
वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत कुलभूषण को छुड़ाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है.