नई दिल्ली: आपने यूपी के छापेमार मंत्रियों की कहानी तो देखी. लेकिन योगी सरकार चौतरफा अपने मिशन पर जुटी दिखती है. दिल्ली में हाल ही में यूपी के बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक हुई जिसमें यूपी के भी बिजली मंत्री मौजूद थे. इसमें बिजली विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को जो हिदायत दी गई है वो वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में है.
अधिकारी उत्तर प्रदेश बिजली विभाग के हैं. मंत्री दो-दो हैं, यहां पीयूष गोयल बैठे है केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री और यहां श्रीकांत शर्मा बैठे हैं , उत्तर प्रदेश के पावर-इरिगेशन मंत्री अब जरा सुनिए कि पीयूष गोयल ने इस भरी मीटिंग में यूपी के बिजली विभाग अधिकारियों को क्या कहा?
पीयूष गोयल ने आगे दो टूक कहा कि जिन लोगों को लगता है कि योगी सरकार की नई व्यवस्था में वो काम नहीं कर सकते.चाहे वो कितने भी बड़े क्यों न हो और कितने भी छोटे न क्यों न हो वो इस्तीफा दे दें.
पावर कॉन्ट्रैक्टर को साफ-साफ कहा गया है कि काम करना है करो नहीं तो काम छोड़ दो. लेकिन सिर्फ बिजली माफियाओं को ही चेतावनी नहीं दी गई है बल्कि सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के शिक्षा माफियाओं को भी दो टूक कह दिया है या तो वो जनपद छोड़ दें या सुधर जाएं.
इसके लिए बजाप्ता योगी सरकार ने लखनऊ के स्कूलों के लिए एक सिटिजन चार्टर जारी किया है. योगी सरकार ने सरकारी डॉक्टरों को लेकर एक बड़ा फरमान जारी किया है. सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे. यूपी में ऐसा कर रहे डॉक्टरों की लिस्ट बनाई गई है. योगी सरकार ने 20 दिन में सरकारी डॉक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस छोड़ने को कहा है.