न्यूयॉर्क : नोबेल पुरस्कार से सम्मानित पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई संयुक्त राष्ट्र की शांति दूत बनेंगी. मलाला अब तक की सबसे कम उम्र की शांति दूत होंगी. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ऐंतोनियो गुतेरस 19 वर्षीय मलाला को आज यानी सोमवार को न्यूयॉर्क मुख्यालय में सम्मानित करेंगे.
मलाला दुनिया भर में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देंगी. शनिवार को डेली पाकिस्तान में आई रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को कार्यक्रम के बाद मलाला, गुतेरस और दुनिया भर से आए युवा प्रतिनिधि लड़कियों की शिक्षा को लेकर विशेष संवाद देंगे.
शुक्रवार को गुतेरस ने कहा कि मलाला ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लोगों को ऊर्जा से भर दिया है, ऐसे में उन्हें शांति दूत बनाने से न्यायसंग समाज के निर्माण में मदद मिलेगी. गुतेरस ने कहा कि मलाला ने लड़कियों की शिक्षा को लेकर जो प्रतिबद्धता दिखाई है वह अटूट है.
बता दें कि मलाला उस वक्त सूर्खियों में आई थीं जब लड़कियों की शिक्षा के लिए लड़ने की वजह से तालिबान ने उन्हें साल 9 अक्टूबर 2012 को गोली मार दी थी. पाकिस्तान की स्वात घाटी में पैदा हुई मलाला तालिबान की ओर से महिलाओं की शिक्षा पर लगाई गई रोक का लगातार विरोध कर रही थीं. मलाला को साल 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार मिला था, यह पुरस्कार पाने वाली वह अब तक की सबसे कम उम्र की शख्स हैं.