लखनऊ: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की सुरक्षा में शामिल पुलिसवालों पर प्रदीप सिंह नाम के एक शख्स ने बदसलूकी का आरोप लगाया है. प्रदीप सिंह ने स्मृति ईरानी से मुलाकात कर इसकी शिकायत भी की. शख्स ने स्मृति ईरानी से कहा कि पुलिसवालों ने उसके साथ धक्कामुक्की की. जिसके चलते उसका एक्सीडेंट होते-होते बचा.
प्रदीप सिंह ने कहा कि मैं आपके काफिले का पीछा करते हुए यहां तक पहुंचा हूं और मेरा ब्लड प्रैशर बड़ गया है. स्मृति ईरानी ने कहा कि भइया गुस्सा न करो, पूरी बात तो बताइए हुआ क्या है. प्रदीप ने कहा कि पुलिस वालों ने सूर्या ऑडिटोरियम के आगे उनसें दुर्व्यवहार किया, हूटर बजाती गाड़ियों ने जगह न होने पर भी कार किनारे करने को कहा और इससें मेरा एक्सीडेंट हो सकता था. एक सेकेंड में मेरी जान चली जाती.
इस शिकायत पर स्मृति ईरानी ने फौरन पुलिस के आला अफसरों को तलब किया और शिकायत पर कार्रवाई करने को कहा.
शिकायतकर्ता –
मैं मरते-मरते बचा हूं… मेरा बीपी बढ़ा हुआ है… देखिए…
स्मृति ईरानी –
पुलिस अधिकारी कौन है ?
शिकायतकर्ता –
इसको दिखाइए मैडम…
स्मृति ईरानी –
हां… हां…
शिकायतकर्ता –
एक सेकंड में जान चली जाती मेरी
स्मृति ईरानी –
इनको किसी पुलिस वाले ने कुछ किया है, इनके पास वीडियो रिकॉर्डिंग भी है, कौन ऑफिसर इनके साथ मिसबिहैव कर रहा है वो देखिए जरा.
स्मृति ईरानी –
मेरा तो कोई दोष नहीं है ना…?
शिकायतकर्ता –
नहीं… नहीं… बिल्कुल नहीं मैडम
स्मृति ईरानी –
चलिए घबराइए नहीं… बीपी कम कीजिए
प्रदीप ने आरोप लगाया कि ये वीवीआईपी कल्चर अखिलेश सरकार में भी था और अब योगी सरकार में भी चल रहा है. हलांकि पुलिस कार्यवाही से प्रदीप संतुष्ट हो गये है और उनकें साथ कार में चल रहे नमित दुबे ने कहा कि इसमें स्मृति ईरानी की गलती नहीं है पर ये वीवीआईपी कल्चर गलत है.